रांचीः स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण-2 अंतर्गत कचरा उठाव वाहन के क्रय में हुई अनियमितता की विभागीय जांच के बाद गढ़वा के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता (ईई) प्रदीप कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है. कार्यपालक अभियंता पर आरोप है कि उन्होंने कचरा उठाव के लिए तीन गुना अधिक दाम पर ई- रिक्शा खरीदा.
विभागीय जांच में कार्यपालक अभियंता पर लगे आरोप सहा पाये गये हैं. विधानसभा के बजट सत्र में कांग्रेस विधाय.क प्रदीप यादव ने भी यह मामला उठाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि कार्यपालक अभियंता ने अपने मातहत और ठेकेदारों से मिलीभगत कर पंचायतों में ई- रिक्शा की खरीदारी में अनिमियतता बरती है. जिस टुक-टुक का बाजारा मूल्य 1.15 लाख रुपये है, उसकी खरीद 3.8 लाख रुपये में की गई.
इन आरोपों पर विभाग ने तत्कालीन कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, गढ़वा जो इसी पद पर रामगढ़ प्रमंडल में तैनात हैं से स्पष्टीकरण पूछा गया. सिंह ने पहले स्पष्टीकरण और स्मार का उत्तर समर्पित नहीं किया. इस बीच क्षेत्रीय मुख्य अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, रांची प्रक्षेत्र, रांची ने प्रतिवेदित किया कि प्रदीप कुमार सिंह विभाग की अनुमति प्राप्त किये बगैर जिला प्रशासन से विभिन्न मदों में राशि प्राप्त कर विकास कार्य जैसे पीसीसी पथ कराया जा रहा है.
जांच में यह भात भी सामने आई है कि प्रदीप सिंह के कार्यकाल में गढ़वा प्रमंडल और रामगढ़ प्रमंडल में जलापूर्ति योजनाओं की प्रगति अत्यंत दयनीय रही है.