रांचीः झारखंड में खाद्य आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में आवश्यक सुधार को लेकर मुख्य सचिव अलका तिवारी ने सोमवार को अफसरों के साथ बैठक में कई निर्देश दिए. उन्होंने राज्य के निर्धन लोगों को साल में दो बार धोती-साड़ी वितरण योजना में तेजी लाने के निर्देश के साथ उड़नदस्ता टीम बना कर वितरण की जांच करने को कहा है.
उन्होंने कहा है कि हर हाल में यह सुनिश्चित हो कि इस योजना का लाभ जरूरतमंदों को मिले और कहीं कोई अनियमितता नहीं हो.
गौरतलब है कि सोना- सोबरन धोती साड़ी योजना के तहत लाभुकों को साल में दो बार सरकार दस-दस रुपये में धोती साड़ी देने की योजना चला रहा है.
मुख्य सचिव ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभुकों के जागरूकता पर बल देते हुए निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित होना चाहिये कि लाभुकों को योजना की मूलभूत जानकारी रहे. इसके लिए होर्डिंग, फ्लैक्स, नुक्कड़ नाटक जैसे हर सक्षम माध्यम का उपयोग करें. इसके साथ ही उसमें स्थानीय भाषा का प्रयोग करें. लाभुकों को यह हर हाल में पता होना चाहिये कि उन्हें क्या मिलना है, कितना मिलना है, कहां मिलना है और कब मिलना है.
मुख्य सचिव अलका तिवारी ने राज्य के तमाम उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि खाद्य आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण व्यवस्था में यह सुनिश्चित करें कि कोई योग्य लाभुक उससे वंचित नहीं रहे. जबकि मृत लाभुकों को चिह्नित कर उन्हें प्राथमिकता के स्तर पर हटाए जाएंस ताकि नये लाभुक जोड़े जा सके. मुख्य सचिव ने कहा कि इस प्रक्रिया में इस पर फोकस करें कि डाटा में कोई त्रुटि नहीं रहे.