रांचीः रांची की जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शोभा चक्रवर्ती का निधन हो गया है. 85 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली.
डॉ चक्रवर्ती लंबे समय से बीमार चल रहीं थीं. शहर के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन से झारखंड की चिकित्सा जगत में शोक है.
गुरुवार को रांची स्थित हरमू मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया.
चिकित्सा सेवा के प्रति निष्ठा, अनुभव उनकी पहचान रही. महिला स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में लगभग 58 साल का उनका गौरवमयी करियर रहा है.
1965 में उन्होंने पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी. वे अपने बैच की टॉपर थीं. 1971 में उन्होंने एमएस की पढ़ाई पटना मेडिकल कॉलेज से की. इसके बाद 1974 में उन्होंने आरएमसीएच (अब रिम्स) में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर योगदान दिया. स्त्री और प्रसूति विभाग की अध्यक्ष रहीं. 1998 में वे रिटायर हुईं.
एक दक्ष गायनोकॉलिजस्ट के तौर पर मेडिकल में उन्होंने अभूतपूर्व और अतुलनीय योगदान दिया है. बड़ी संख्या में उन्होंने डॉक्टर गढ़े.
उन्हें शिक्षकों का शिक्षक भी माना जा रहा है. साथ ही गाइड और मेंटर के तौर पर उन्होंने अहम योगदान दिया. मानवीय संवेदना के प्रति वे ताउम्र संजीदा रहीं.
चिकित्सा जगत के लिए डॉ चक्रवर्ती के निधन को बड़ी क्षति के तौर पर देखा जा रहा है.
डॉ शोभा चक्रवर्ती के निधन पर मेडिकल स्टूडेंट्स और रांची के अनेक डॉक्टरों ने शोक व्यक्त किया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के कई पदाधिकारी, और डॉक्टर उनके आवास पर पहुंचे हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई नेताओं ने भी दुख प्रकट किया है.हेमंत सोरेन ने एक्स पर संवेदना प्रकट करते हुए कहा है, दुखद समाचार मिलवा. डॉ शोभा जी ने अपना पूरा जीवन महिला स्वास्थ्य की सेवा में समर्पित किया था. उनका निधन चिकित्सा क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है.
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी डॉ चक्रवर्ती के बरियातू रोड स्थित आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि दी.
डॉ शोभा चक्रवर्ती की इकलौती पुत्री डॉ निवेदिता चक्रवर्ती रांची में ही स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं. उनके दामाद डॉ कुणाल हजारी कार्डिक सर्जन हैं.