रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा के बाद सरकार का पक्ष रखते हुए शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि सरकार झारखंड के विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क कोचिंग संस्थान खोलेगी। यहां विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करायी जायेगी। साथ ही रहने की भी व्यवस्था भी होगी। मंत्री ने यह भी कहा है कि सरकार शिक्षक, छात्र की उपस्थिति पर नजर रखने के लिए सरकार ने टैब का वितरण किया है।
चर्चा के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग का छह करोड़ 63 लाख 89 हजार की अनुदान मांग भाजपा के बहिष्कार के बीच ध्वनिमत से पारित हो गया। मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार गोड्डा, चाईबासा और बोकारो में नवोदय विद्यालय की तर्ज पर स्कूल खोलेगी। जबकि 10 विद्यार्थी पर क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा के शिक्षक बहाल किये जाएंगे।
इससे पहले अनुदान मांग पर कटौती प्रस्ताव पेश करते हुए नीरा यादव ने कहा कि राज्य में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। यू डायस की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 7462 स्कूलों में एक‐एक शिक्षक हैं। इनमें करीब 3.78 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इनका भविष्य अधर में लटक गया है। 2019 के बाद राज्य में एक भी शिक्षक की बहाली नहीं हुई है। बच्चों का ड्रॉप आउट रेट भी बढ़ गया है. बीजेपी विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि सरकार केवल फ्री बीज स्कीम बांटने में लगी है.