रांचीः झारखंड विधानसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल ने आरोप लगाया है कि सीआईडी जांच के बहाने हेमंत सोरेन की सरकार सीजीएल परीक्षा के भ्रष्टाचार को छुपाने की कोशिश कर रही.
प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में शुक्रवार को भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद नवीन जायसवाल मीडिया से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा राज्य की खराब विधि व्यवस्था, महिलाओं के साथ बढ़ती अपराध और अत्याचार की घटनाओं पर मानसून सत्र में बीजेपी आवाज मुखर करेगी.
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को विकास से कुछ भी लेना देना नहीं है. यह सरकार केवल नाम बदलने में विश्वास करती है. बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि सरकार सत्ता मद में इतनी चूर है कि देश की एकता और अखंडता के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाले महापुरुष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम से रांची में विश्वविद्यालय और राज्य के निर्माता भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर संचालित अटल क्लिनिक का नाम बदलकर महान पुरूषों को अपमानित किया है. यह अपमान राज्य और देश का भी है.
नवीन जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकार मदर टेरेसा के नाम पर कोई अन्य योजना शुरू कर सकती थी, लेकिनसरकार तुष्टीकरण की राजनीति में नाम बदलने का निर्णय लिया गया. इस माध्यम से सरकार की मंशा धर्मांतरण को बढ़ावा देना है.
मुख्य सचेतक ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण का विरोध कर यह सरकार बांग्लादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों के संरक्षण को मजबूत करना चाहती है.
उन्होंने कहा कि पिछड़ों को 27% आरक्षण देने की बात करने वाली सरकार में नीयत साफ है तो निकाय चुनाव में राज्य सरकार 27 प्रतिशथ आरक्षण सुनिश्चित करे.