खूंटीः छत्तीसगढ़ के दुर्ग में दो ईसाई धर्म बहनों की गिरफ्तारी और जेल भेजे जाने के विरोध में रविवार को खूंटी में ऑल चर्चेज कमेटी, खूंटी के बैनर तले मौन जुलूस निकाला गया.
यह जुलूस कचहरी मैदान से शुरू होकर मेन रोड, भगत सिंह चौक, नेताजी चौक, डाकबंगला होते हुए लोयोला मैदान पहुंचा, जहां एक सभा की गई.
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि ईसाई धर्मावलंबी हमेशा से देश-दुनिया में सेवा कार्यों से जुड़े रहे हैं. उनका सामाजिक कल्याण में योगदान उनकी सेवा भावना को दर्शाता है.
उन्होंने दुर्ग की घटना को सुनियोजित साजिश करार देते हुए कहा कि जिस प्रकार दो धर्म बहनों को गिरफ्तार कर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, वह कहीं से भी क्षम्य नहीं है. जांच में दोनों निर्दोष पाई गईं और रिहा भी कर दी गईं, बावजूद इसके ईसाई समुदाय को टारगेट करना निंदनीय है. वक्ताओं ने कहा कि यह घटना न केवल धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है बल्कि संवैधानिक अधिकारों का भी उल्लंघन है.
मौन जुलूस और सभा का नेतृत्व ऑल चर्चेज कमेटी के अध्यक्ष जेवियर बोदरा, उपाध्यक्ष विलशन बोदरा, सचिव अमर पुर्ती, खजांची बसंत कुमार आईंद और अथनेस कंडीर ने किया. जुलूस में विभिन्न चर्चों के पादरी, फादर और धार्मिक नेता बड़ी संख्या में शामिल हुए.