रांचीः झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) की प्रथम वर्ष की पीजी छात्रा की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है. रिम्स प्रबंधन के मुताबिक छात्रा को गंभीर हालत में आपातकालीन सेवा में भर्ती कराया गया है. अभी वे वेंटिलेटर पर हैं.
चिकित्सकों ने अगले 48 घंटे को उनके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है. चिकित्सकीय दृष्टिकोण से यह मामला प्वाइजनिंग से संबंधित प्रतीत हो रहा है.
पीजी छात्रा प्रसूति एवं स्त्री रोग (Obs & Gynae) विभाग में ड्यूटी पर कार्यरत थीं.
इस बीच जिस कैंटीन से पीजी छात्रा ने चाय मंगवाई थी, उसे सील कर दिया गया है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. घटना की गंभीरता को देखते हुए रिम्स प्रबंधन द्वारा कारणों की जांच हेतु विभागाध्यक्ष औषधि विभाग की अध्यक्षता में एक जाँच कमेटी गठित की गई है. इसमें प्रसूति एवं स्त्री रोग विभागाध्यक्ष एवं FMT विभाग से डॉ भूपेंद्र सिंह (Toxicologist) शामिल हैं.
रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार के अलावा कई वरिष्ठ चिकित्सक बीमार छात्रा के स्वसाथ्य पर नजर बनाए हुए हैं. निदेशक ने इमरजेंसी जाकर इलाज के बारे में जानकारी ली है.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार छात्रा ने ऑर्थो विभाग के समीप स्थित कैंटीन से मंगाई गई चाय पी थी. चाय का स्वाद एवं गंध असामान्य था. चाय सेवन के कुछ समय बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी.
रिम्स प्रबंधन की ओर से दोनों कैंटीन को बरियातू थाना पुलिस की उपस्थिति में सील किया गया है. साथ ही कैंटीन संचालक अन्नपूर्णा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड एवं रात में कार्यरत कर्मियों से बरियातू थाना पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है.