रांचीः रांची पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले गिरोह से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही छापेमारी में पुलिस ने 500 रुपये के नकली नोटों के 42 बंडल बरामद किये हैं. इनमें 20 बंडल में 300-300 नोट हैं जबकि 22 बंडल में 350-350 नोट (कुल 68 लाख 50 हजार रुपये) हैं.
पुलिस उपाधीक्षक कोतावाली, प्रकाश सोय की अगुवाई में पुलिस की टीम ने यह कार्रवाई की है. इससे पहले रांची के एसएसपी को सूचना मिली थी कि बिहार से रांची आने वाली एक बस में नकली नोट लाए जा रहे हैं.
पुलिस ने तत्कराल रातू रोड के पास जाल बिछाया. कुछ ही देर में न्यू मार्केट स्थित सुलभ शौचालय के पास चंद्रलोक बस आयी. सारे पैसेंजर उतर गये, उसके कुछ देर बाद उसी जगह एक सफेद रंग की कार आकर रुकी. बस से तीन कार्टून उतार कर जैसे ही कार में रखे गए, पुलिस ने धावा बोला.
कार्टून की चेकिंग की. पाया कि उसमें 500-500 रुपए के नकली नोटों के बंडल हैं. एक कार्टून में 42 बंडल थे. इनमें से 20 बंडल में 300 नोट (500x300x20= 30,00,000 रुपए) रखे थे. 22 बंडल में 350 नोट (500x350x22=38,50,000 रुपए) रखे थे.
नकली नोटों की खेप उठाने आए मो साबिर और साहिल कुमार को हिरासत में लेकर पुलिस ने उनसे पूछताछ शुरू की. फिर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों रांची के रहने वाले हैं. दोनों राजधानी रांची में जाली नोटों का कारोबार करते हैं.
दिल्ली का है मास्टरमाइंड
कोतवाली डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि दिल्ली के एक संगठित आपराधिक गिरोह के द्वारा जाली नोट के गिरोह का संचालन किया जाता है. गिरोह का मुखिया नीरज कुमार चौधरी है, जो दिल्ली में रहता है. उसके द्वारा ही फोन और व्हाट्सएप के माध्यम से गिरफ्तार किए गए मोहम्मद साबिर और साहिल कुमार के जरिए नकली नोट ग्राहकों को भेजा जाता है.