झारखंड में पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गितिलिपि गांव में पुआल के ढेर पर खेल रहे चार बच्चों के जिंदा जल जाने से गांव में मातम पसरा है.
घटना सोमवार सुबह करीब 11 बजे की है. पुआल के ढेर में आग कैसे लगी, इसका पता नहीं चल सका है. पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सौंप दिया है.
गितिलिपि गांव ओडिशा की सीमा से सटा है. घटना के समय वहां बच्चों के अलावा कोई नहीं था. जिन चार बच्चों की मौत हुई है उनके नाम प्रिंस चातर, साहिल सिंकू, रोहित सुंडी और भूमिका सुंडी है. चारों गरीब आदिवासी परिवार के बच्चे थे. रोहित सुंडी और भूमिका सिंडी भाई- बहन हैं.
प्रिंस चातर और रोहित सुंडी के पिता मजदूरी करने परदेस (ओडिशा) गए हुए हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद दोनों गांव लोटे हैं. घटना से तीनों परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पुलिस का कहना है कि घटना के वक्त वहां कोई ऐसा व्यक्ति मौजूद नहीं था, जो इन मासूमों को बचा लेता.