रांचीः विभिन्न महिला संगठनों से जुड़ीं प्रतिनिधियों ने गुरुवार को रांची में प्रतिवाद मार्च निकाला. महिला संगठनों ने पीड़ित महिला हिंसा और प्रताड़ना से जुड़े कई मामले में न्यायलयों द्वारा हालिया फैसले और टिप्पणी को लेकर विरोध प्रकट किया.
प्रतिवाद मार्च में शामिल महिला संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा है कि अलग- अलग अदालतों और न्यायाधीश जिस तरह से फैसले दे रहे हैं, उससे पीड़िता के ही खिलाफ हिंसा या प्रताड़ित करने वाले आरोपी अथवा अपराधी का ही मनोबल बढ़ सकता है. साथ ही महिला हिंसा के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई को भी कमजोर बना सकता है. इसलिए महिला संगठन और प्रगतिशील महिलाओं के लिए जरूरी हो गया है कि ऐसे फैसलों के खिलाफ खड़े होकर आवाज मुखर करनी पड़ेगी.
प्रतिरोध मार्च में शक्ति अभियान, भारतीय प्रगतिशील महिला संगठन, ऐडवा सहित रांची के कई प्रतिष्ठित नागरिकों ने भी हिस्सा लिया, प्रतिरोध मार्च को, कुमुद जी, शेशा जी, रोज मधु तिर्की, लीना पदम, तारामणि साहू, बिना लिंडा, एती तिर्की दीप्ति, सुहासिनी और नंदिता भट्टाचार्य जी ने संबोधित किया.
इनके अलावा सेसिलिया जी, हीरा जी, गीता तिर्की,सुषमा गाड़ी,समी लकड़ा, सपना गाड़ी, मेवा लकड़ा ,लेलो तिर्की, ,हीरा मींज ,सिसिलिया लकड़ा ,सलोनी कच्छप,कंचन कुजूर ,हीरामणि हेंब्रम, उषा एक्का,रेनू कच्छप, शांति सोरेन नीलम टॉपनो, किरण बूटकुमार सहित कई महिलाएं शामिल थीं.