केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को राज्यसभा में वक़्फ़ संशोधन विधेयक पेश किया.
बुधवार को लोकसभा में वक़्फ़ संशोधन बिल पास हुआ . इसके पक्ष में 288 और विरोध में 232 वोट पड़े थे.
वक़्फ़ संशोधन विधेयक 2025 पर राज्यसभा में बोलते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा,“जब हम ये वक़्फ़ संशोधन बिल लेकर आए उससे पहले हमारे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने व्यापक रूप से देश भर में जितने स्टेकहोल्डर्स हैं, सबसे बातचीत करने के बाद ये बिल तैयार करके हमने सदन में पेश किया.”
किरेन रिजिजू ने बताया कि इस विधेयक को सदन में पेश किए जाने से पहले इसे लेकर राज्य सरकारों से, राज्यों के अल्पसंख्यक कमीशन से, वक़्फ़ बोर्ड और वहां के अधिकारियों और धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से बातचीत की गई.
रिजिजू ने कहा, ” फिर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन हुआ. इस जेपीसी ने जो काम किया है, इससे ज़्यादा, इतना लंबा और इतना व्यापक काम आजतक नहीं हुआ है.”
मंत्री ने कहा कि कुल मिलाकर 284 संगठन, अलग-अलग क्षेत्र के लोगों ने इस पर अपनी बातें रखीं, ज्ञापन सौंपा.
उन्होंने कहा, “इस पर 1 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने ज्ञापन सौंपा है. किसी बिल की सदन में चर्चा से पहले 1 करोड़ से ज़्यादा सुझाव मिलना, अपने आप में ऐतिहासिक है.”