तेजी से बदलते घटनाक्रमों के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
रविवार को लालू यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि उनके बड़े बेटे (तेज प्रताप) की “गतिविधि, लोक आचरण और गै़र ज़िम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है.”
उन्होंने लिखा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है. अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं. अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी. उसे पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया जाता है.’’
लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती
लालू प्रसाद यादव ने आगे लिखा कि अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है. उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं. परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है. धन्यवाद.’

ये हालात क्यों और कैसे बने
24 मई, शनिवार को शाम तेज प्रताप यादव के सोशल मीडिया के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट वायरल हुआ था. पोस्ट में तस्वीर भी थी. इसमें लिखा गया था कि “मैं तेज प्रताप यादव और मेरे साथ इस तस्वीर में जो दिख रही हैं उनका नाम ******* है. हम दोनों पिछले 12 सालों से एक दूसरे को जानते हैं और प्यार करते हैं. 12 सालों से रिलेशनशिप में है.. इस पोस्ट के साथ दिल की बात आप सबके सामने रख रहा हूं.”
इसके बाद तेज प्रताप यादव ने 10 बजकर 56 मिनट पर एक्स पर पोस्ट कर कहा कि उनके सोशल मीडिया हैंडल को हैक कर लिया गया है और उन्हें बदनाम और परेशान करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने लिखा, “मेरे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म को हैक एवं मेरी तस्वीरों को गलत तरीके से एडिट कर मुझे और मेरे परिवार वालों को परेशान और बदनाम किया जा रहा है। मैं अपने शुभचिंतको और फॉलोवर्स से अपील करता हूं कि वे सतर्क रहें और किसी भी अफ़वाह पर ध्यान न दें…”.

हालांकि पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गया. सोशल मीडिया के साथ सियासी गलियारे में भी चर्चा का विषय बन गया. मीडिया में भी खबरें छपीं.
तेजस्वी यादव क्या बोले?
इधर तेज प्रताप यादव के छोटे भाई और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की भी इस मामले में प्रतिक्रिया सामने आई है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “एक बात साफ़ है, हमें ये सब चीजें ना तो अच्छी लगती हैं और ना ही बर्दाश्त हैं. हम अपना काम कर रहे हैं, बिहार के प्रति हम समर्पित हैं. जहां तक मेरे बड़े भाई (तेज प्रताप यादव) की बात है, राजनीतिक जीवन में निजी जीवन अलग होता है.”
“वो व्यस्क हैं और निजी जीवन के फै़सले लेने का उनको अधिकार हैं. उनका फै़सला है, क्या सही होगा, क्या नुक़सान होगा, वो अपना फैसला खुद लें. राष्ट्रीय अध्यक्ष, दल के नेता हैं उन्होंने ट्वीट के माध्यम से अपनी भावनाएं साफ़ कर दी हैं. हम ऐसी चीज़ों को पसंद नहीं करते हैं और न ही इसे बर्दाश्त कर सकते हैं.”
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें शनिवार को हुए घटनाक्रम की जानकारी मीडिया के माध्यम से मिली.
उन्होंने कहा, “वो अपने जीवन में क्या कर रहे हैं, क्या नहीं कर रहे हैं, ये हमें नहीं पता है. मीडिया के माध्यम से ही हमें इस बात की जानकारी मिली.”
बिहार में इसी साल अक्टूबर में चुनाव संभावित है. चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव महागठबंधन की तरफ से मोर्चा संभाले हुए हैं. चुनाव से ठीक पहले इस घटना को लेकर राजनीतिक हलके में प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू है.
हसनपुर से विधायक हैं तेज प्रताप

तेज प्रताप यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बड़े बेटे हैं. तेज प्रताप यादव बिहार के पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं.
2015 में तेज प्रताप यादव बिहार की महुआ विधानसभा सीट से पहली बार विधायक चुने गए थे. इसके बाद नीतीश कुमार सरकार में वो स्वास्थ्य और पर्यावरण मंत्री बने.
2020 में उन्होंने हसनपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीता है.
2022 में जब आरजेडी और जेडीयू में दोबारा गठबंधन हुआ तब नीतीश कुमार सरकार में तेज प्रताप यादव दोबारा पर्यावरण मंत्री बने.