चांडिलः सरायकेला जिले के नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के आमबेड़ा के पास एक हाथी की मौत हो गई है. वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची है. हाथी की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चला है. हाथी का शव खेत में पड़ा हुआ मिला है.
गुरुवार की सुबह अपने खेतों की ओर जाते ग्रामीणों ने एक हाथी के शव को देखा. ग्रामीणों ने हाथी की मौत की सूचना नीमडीह पुलिस, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और वन विभाग को दी.
घटना की जानकारी मिलने के बाद रेंजर शशि प्रकाश रंजन व अन्य वनकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे हैं. पोस्टमॉर्टम करने के लिए डॉक्टर आमड़ाबेड़ा पहुंचने वाले हैं.
रेंजर ने बताया है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा.
वन विभाग के कर्मियों के मुताबिक इस क्षेत्र में डेढ़ दर्जन जंगली हाथियों का झुंड विचरण करते रहे हैं. मृत हाथी उसी झुंड से बिछड़ा हुआ मालूम पड़ता है.
हाथी के शव के आसपास हाथी के लीद देखे गए हैं. इसमें प्लास्टिक का बोरा का टुकड़ा भी है. इससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि संभवतः प्लास्टिक के बोरा सहित धान के खाने से हाथी की स्थिति बिगड़ी हो.
कोल्हान के अलग- अलग इलाकों में दो साल के दौरान अलग-अलग कारणों से कम से कम एक दर्जन हाथियों की मौत हुई है. साल 2023 के नवंबर महीने में पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला अनुमंडल अंतर्गत मुसाबनी के बेनियासाई गांव में बिजली की करंट लगने से पांच हाथियों की मौत हो गई थी. दो हाथियों के बच्चे थे. पिछले साल जुलाई महीने में बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के सांड्रा पंचायत में भादुआ गांव के पास एक खेत में एक हथिनी का शव मिला था.