रांचीः ओडिशा-झारखंड सीमा पर शनिवार सुबह संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान के दौरान नक्सल आईईडी विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) सत्यवान कुमार सिंह शहीद हो गए हैं.
रांची स्थित सीआरपीएफ की 133वीं बटालियन धुर्वा में उनके पार्थिव शरीर को झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मुख्य सचिव अलका तिवारी समेत पुलिस के आला अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित तक श्रद्धांजलि दी.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने एक्स पर शोक संदेश जारी किया है.
जानकारी के मुताबिक आईईडी में विस्फोट राउरकेला के निकट बलंग गांव के पास सुबह करीब छह बजे हुआ, जब सीआरपीएफ और ओडिशा पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) की एक संयुक्त टीम इलाके में तलाश अभियान चला रही थी.
विस्फोट में एएसाआई सत्यवान के पैर में गंभीर चोट लगी, जिसके बाद उन्हें राउरकेला के एक अस्पताल ले जा गया जहां उनकी मृत्यु हो गई.
34 वर्षीय सत्यवान कुमार सिंह उत्तरप्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले थे.
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के बांको में एक पत्थर खदान के पास से माओवादियों ने 27 मई को करीब पांच टन विस्फोटक लूट लिया था.
खबरों के मुताबिक सुरक्षा बलों ने लूटे गए विस्फोटकों का अब तक तीन-चौथाई हिस्सा बरामद कर लिया है, हालांकि सुरक्षा बल जिलेटिन के बचे हुए पैकेट की तलाश जारी रखे हुए हैं.
उधऱ ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भीसीआरपीएफ कर्मी की मौत पर शोक व्यक्त किया.
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘ओडिशा-झारखंड सीमा पर तलाश अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के एएसआई सत्यवान सिंह के बलिदान के बारे में जानकर दुख हुआ. उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर सेवा और साहस का सर्वोच्च मानदंड स्थापित किया है. मैं शहीद जवान की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.’