रांचीः रांची जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला भगत के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सोमवार को मतदान के पूर्व ही निरस्त हो गया. प्रस्ताव पर मतदान की प्रक्रिया के लिए बुलाई गई विशेष बैठक में सदस्यों की मानक संख्या पूरी नहीं होने (कोरम) अविश्वास प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया.
इसके साथ ही पखवाड़े भर से जिप अध्यक्ष के हटने या रहने के लोकर जारी अटकलों पर भी विराम लग गया.
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आठ सदस्य ही जिला समाहरणालय पहुंचे थे. इस वजह से अविश्वास प्रत्साव का कोरम पूरा नहीं हो सका.
गौरतलब है कि 19 जून को जिला परिषद के 21 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उपायुक्त को पत्र लिखा था. डीसी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग के लिए सात जुलाई की तिथि निर्धारित की थी. इस विशेष बैठक को लेकर जिला प्रशासन ने लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों, रांची जिले के सभी विधायकों, जिला परिषद के सभी सदस्यों व सभी प्रखंड के प्रमुखों को पत्र भेजकर सूचित किया था.
इधर अविश्वास प्रस्ताव के निरस्त होने पर निर्मला भगत ने कहा है कि सत्य पराजित नहीं हो सकता. उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सच से परे था. उन्हें हटाने के लिए आरोपों और साजिशों के साथ अधिकतर सदस्य शामिल नहीं थे.
निर्मला भगत ने कहा, “वे आगे भी विकास कार्यों को प्राथमिकता देती रहेंगी. राजनीतिक दबाव और निजी स्वार्थों से प्रेरित होकर यह प्रस्ताव लाया गया था, जिसे जनता और जनप्रतिनिधियों ने नकार दिया.”