खूंटीः खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड स्थित सोमार बाजार मुहल्ला निवासी किस्टोदास मुंडू की हत्या के बाद झंझावात भरे जीवन में पड़े उनके बच्चों को एक टी शर्ट ने लालन- पालन और पढ़ाई का रास्ता निकाल दिया है. दरअसल, ग्रेस हर्ट स्कूल ने मुंडू के बच्चों के लालन-पालन और मैट्रिक तक की नि:शुल्क शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने का निर्णय लिया है.
गौरतलब है कि किस्टोदास मुंडू की तीन अप्रैल को चालोम बरटोली के गंगेरलोर में अपराधियों ने हत्या कर दी थी. हत्या की इस घटना के बाद से उनकी पत्नी सलोमी मुंडू पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था,. और वह बच्चों के भविष्य को लेकर गहरे संकट में थीं.
उधर पुलिस हत्या की जांच में जुटी पुलिस ने देखा कि किस्टोदास मुंडू स्थानीय एक स्कूल का टी- शर्ट पहने थे। तफ्तीश के लिए पुलिस स्कूल पहुंची, तो जानकारी मिली कि किस्टोदास स्कूल के रंग-रोगन का कार्य कर रहे थे, और उसी दौरान उन्होंने स्कूल की टी-शर्ट पहन ली थी.
स्थानीय वेबसाइट देहात न्यूज पर किस्टोदास की पत्नी और बच्चों की तस्वीरें प्रसारित हुईं, तो स्कूल प्रबंधन की संवेदनाएं इस परिवार से जुड़ गईं. ग्रेस हर्ट स्कूल के निदेशक प्रमोद राम एवं प्राचार्या ममता हंगमा सुब्बा ने बच्चों को स्कूल में पढ़ाने और पालन-पोषण करने की जिम्मेदारी ली है. अब किस्टोदास की पत्नी सलोमी मुंडू, बेटा जोनसन मुंडू (कक्षा 1) और बेटी नसीबन मुंडू (कक्षा 3) स्कूल के छात्रावास में रहेंगे, जहां से बच्चे शिक्षा ग्रहण करेंगे और मां उनकी देखरेख करेंगी.
ग्रेस हर्ट स्कूल की प्राचार्या जब मुरहू की मुखिया ज्योति ढ़ोढ़राय के साथ मृतक के घर पहुंचीं और यह प्रस्ताव रखा, तो परिवार एवं गांववालों ने खुशी मन से स्वीकार किया.