गोड्डाः सूर्या हांसदा एनकाउंटर के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की अगुवाई में बीजेपी की सात सदस्यीय टीम ने रविवार को गोड्डा के डकैता गांव में सूर्या के परिजनों से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी ली. अर्जुन मुंडा ने कहा है कि यह एनकाउंटर नहीं साजिश के तहत की गई हत्या है.
टीम ने उस विद्यालय का भी दौरा किया, जिसे अनाथ और गरीब बच्चों के लिए सूर्या हांसदा चला रहे थे. बाद में मीडिया से बात करते हुए अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार एवं पुलिस तंत्र पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए.
उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर पोस्टमार्टम में भी गड़बड़ी की गई है. पूछने पर स्थानीय लोगों ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन इस मामले में लीपापोती करने में जुटा है. इसके साथ ही सूर्या हांसदा के परिजनों और स्थानीय लोगों को राज्य सरकार की किसी जांच एजेंसी पर भरोसा नहीं है.
मुकदमा झूठा था
उन्होंने कहा कि 27 मई को सूर्या हांसदा पर दर्ज मुकदमा सच से परे था. वे उस दिन अपने बच्चे का जन्मदिन परिवार के साथ मना रहे थे. बिना कोर्ट वारंट के गिरफ्तार करते हुए साजिश के तहत उन्हें मार दिया गया.
उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा का परिवार ललमटिया क्षेत्र के पारंपरिक मांझी परिवार से आते थे. यह परिवार परंपरागत स्वशासन व्यवस्था का प्रधान है. अब उनकी माता नीलमणि मुर्मू इस दायित्व को निभा रही हैं. सूर्या हांसदा यहां के विस्थापितों की समस्याओं सहित कई सामाजिक मुद्दों को लगातार उठाते रहे थे. जिसके कारण उनके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हुए. जबकि 14 मुकदमों में उनको बरी किया गया था. लेकिन इनके खिलाफ साजिश करने वाले रुके नहीं. कई घटनाओं में इनका नाम जानबूझकर साजिश के तहत जोड़ा जाता रहा है.
दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए
अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार पहले दोबारा पोस्टमार्टम कराकर रिपोर्ट तैयार की जाए और फिर हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच समिति बनाकर घटना की निष्पक्ष जांच कराना सुनिश्चित करे.
अर्जुन मुंडा के साथ पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी,प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही,पूर्व मंत्री रणधीर सिंह,पूर्व सांसद सुनील सोरेन,पूर्व विधायक अमित मंडल और अनिता सोरेन भाजपा नेता लॉबिन हेंब्रम भी वहां मौजूद रहे.