खूंटीः बिरसा कॉलेज खूंटी की प्राचार्या जेके किड़ो ने कहा है कि अपनी भाषा और संस्कृति को संरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है. पढ़ाई के साथ हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी आत्मसात करना चाहिए और इसे अगली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए प्रशिक्षण के साथ विधा को जानना आवश्यक है.
कॉलेज के नागपुरी विभाग की ओर से गुरुवार को नागपुरी गायन, वादन और नृत्य विषयक एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में वे बोल रही थीं. इससे पहले उन्होंने नागपुरी कलाकारों और शिक्षकों के साथ कार्यक्रम का उदघाटन किया.
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नागपुरी के प्रसिद्ध गायक, वादक और नर्तक दीनबंधु ठाकुर, महावीर लोहार, तथा खूंटी डोड़मा की नागपुरी गायिका एवं स्वर कोकिला यशोदा देवी ने विद्यार्थियों को गायन, वादन और नृत्य की बारीकियां सिखाईं.
यशोदा देवी ने नागपुरी गीतों के प्रमुख रागों जैसे डमकच एकहरिया, झुमटा, अंगनई और मर्दाना झूमर की प्रस्तुति देते हुए विद्यार्थियों को उनसे परिचित कराया. उनकी मधुर आवाज ने कार्यक्रम को भावविभोर कर दिया.
उन्होंने इस आयोजन के लिए कॉलेज की प्राचार्या को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यार्थियों के बीच लगातार आयोजित होने चाहिए.
दीनबंधु ठाकुर ने विद्यार्थियों को गीतों के राग, वादन की ताल और नृत्य की लय को गाकर, बजाकर और नाचकर सिखाया.
महावीर लोहार ने भी नागपुरी नृत्य की लय और ताल को स्वयं प्रदर्शन करके विद्यार्थियों को गुर बताये.
इस अवसर पर डॉ. लक्ष्मीकांत नारायण बड़ाईक ने एक सुंदर नागपुरी गीत प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का संचालन नागपुरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कोरनेलियुस मिंज ने किया.
इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉ. पुष्पा सुरीन, बर्सर पूनम माई तियू, राजकुमार गुप्ता, हिंदी विभाग की डॉ. संगीता संगा, डॉ. प्रियंका कुमारी, भूगोल विभाग के अनंत राम और डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव समेत नागपुरी और हिंदी विभाग के अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे.