रांचीः भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं सांसद डॉ राधामोहन अग्रवाल ने कहा है कि एक तरफ 50 हजार करोड़ का घाटा सहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को अपने वादों के अनुरूप जीएसटी दरों में भारी कटौती कर राहत दिया है दूसरी ओर हेमंत सरकार अपने दो हजार करोड़ का घाटा का रोना रोते हुए विरोध दर्ज कर रही है. अगर राज्य चलाने में सक्षम नहीं हैं, तो सरकार गद्दी छोड़ दे.
रांची दौरे पर आए बीजेपी के महामंत्री ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि मोदी सरकार जनता को सुविधा दे रही है और राज्य सरकार जीएसटी के दरों में कटौती का विरोध कर रही है.
उन्होंने कहा कि जबकि प्रधानमंत्री ने बजट में 12 लाख तक की आय पर टैक्स जीरो कर दिया है, जिससे भारत सरकार को तीन लाख करोड़ रुपए की आय घटी और अब जीएसटी में स्लैब घटाया तो 50 हजार करोड़ रुपए का घाटा होगा. राज्य सरकार को तो जनता की भलाई के लिए उठाए कदम का स्वागत करना चाहिए था, लेकिन अपनी नाकामियां और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए राज्य सरकार पैसे का रोना रोती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए कि आखिर अमीर गरीब के लिए एक जैसा टैक्स स्लैब लाने की बात कर राहुल गांधी जी जनता को कैसी अर्थ व्यवस्था देने की बात करते हैं. यह तो अमीरों की दलाली और गरीबों को चूसने वाली सोच है. राहुल गांधी सारा धन 22 पसेरी करना चाहते हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि जीएसटी दरों में आम जनता से जुड़ी दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं पर भारी कमी की गई है। अब जीएसटी की दरें दो कर दी गई जिसमें 5%और 18% शामिल है।जबकि विलासिता की वस्तुओं पर 40% का स्लैब किया गया है.