रांचीः पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के विधायक चंपाई सोरेन ने शुक्रवार को पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम से से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच आदिवासियों के हितों और सवालों के अलावा राज्य की मौजूदा राजनीति पर चर्चा हुई. हाल ही में चंपाई सोरेन की बाबूलाल मरांडी से भी मुलाकात हुई थी.
चंपाई सोरेन बांग्लादेशी घुसपैठिये और सरना आदिवासी हितों के सवाल पर इन दिनों मुखर रहे हैं. कोल्हान से आने वाले चंपाई सोरेन लगातार कोल्हान और संथाल परगना में आदिवासियों के कार्यक्रमों में भी शामिल होते रहे हैं.
चंपाई सोरेन और लोबिन हेंब्रम दोनों झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता रहे हैं. चुनाव से पहले दोनों ने बीजेपी में शामिल हुए थे. चंपाई सोरेन सरायकेला से चुनाव जीते, लेकिन बोरियो से लोबिन हेंब्रम हार गए.
चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लोबिन हेम्ब्रम से मुलाकात को लेकर कहा है, “बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम जी से मुलाकात हुई. इस दौरान, उनसे संथाल परगना में आदिवासी अस्तित्व एवं अस्मिता की रक्षा हेतु चल रहे आंदोलन समेत झारखंड से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई.”
गौरतलब है कि हाल में ही सरकार ने नई शराब नीति को मंजूरी दी है. इसके अलावा जनजातीय परामर्शदातृ समिति की बैठक में जनजातीय क्षेत्र में ग्राम सभा की अनुमति से शराब की दुकानें खोलने और बार का लाइसेंस देने संबंधी प्रस्ताव पर सहमति बनी है. आदिवासी बहुल क्षेत्रों की उन ग्राम पंचायतों में , जहां 50 प्रतिशत से अधिकर आबादी आदिवासियों की है, वहां पर्यटन तथा राजस्व के लिहाज से शराब दुकान की बंदोबस्ती के मसौदे पर चर्चा को लेकर भी बीजेपी के नेता सवाल खड़े रहे हैं.