खूंटीः खूंटी-सिमडेगा मुख्य मार्ग पर पेलौल और बिचना के बीच बनई नदी पुल तेज बारिश के चलते पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है.
खूंटी जिला मुख्यालय से यह जगह लगभग आठ किलोमीटर दूर है.
पुल के ध्वस्त होने से स्थानीय यातायात के साथ रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, कोलकाता और सिमडेगा की ओर जाने वाली गाड़ियों के लिए भी बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है.
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने हेतु तत्काल प्रभाव से वैकल्पिक मार्गों तोरपा-कर्रा-रांची, बिचना-जुरदाग-जलटंडा-कुंजला, बिचना-माहिल-खूंटी, और तोरपा-मुरहू मार्गों का प्रयोग शुरू कर दिया है. सभी पथों पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं.
हालांकि, यह वैकल्पिक मार्ग छोटे और संकरे हैं, जिस कारण राउरकेला, जमशेदपुर और कोलकाता जैसे स्थानों की ओर जाने वाले बड़े और भारी वाहनों की आवाजाही में खासी दिक्कतें आ रही हैं.
साथ ही सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों की चिंता है कि भारी वाहनों के चलने से चलने से इन मार्गों पर मौजूद पहले से कमजोर पुल-पुलिया और क्षतिग्रस्त हो सकते हैं.
तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया और खूंटी विधायक राम सूर्या मुंडा ने बनई नदी पर बने पुल का जायजा लिया और अधिकारियों से विकल्प तैयार करने को कहा है.
गौरतलब है कि यह पुल वर्ष 2007-08 में बनाया गया था. इससे पहले बना पुल पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुका था.
पुल निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं. लोगों का कहना है कि बनई नदी के आसपास क्षेत्र से अवैध बालू उठाव तेजी से हुआ, जिससे पुल के पिलर कमजोर होते रहे.