रांचीः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन के बाद शुक्रवार को उनके पैतृक गांव नेमरा में दशकर्म की परंपरा निभाई गई.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके और परिवार के अन्य सदस्यों ने ने दशकर्म पर परंपरा के अनुसार बाल और दाढ़ी का मुंडन कराया.
दशकर्म की परंपरा निभाने के साथ उन्होंने सोशल मीडिया के अपने अकाउंट पर कहा है, “दशकर्म सिर्फ परंपरा और पुरखों द्वारा सिखाए गए संस्कार नहीं, पिता की आत्मा की शांति के लिए किया गया कार्य है, पिता के प्रति अगाध सम्मान का प्रतीक है…जब पिता को खोने का दर्द होता है तो स्वतः बहते हैं, आँखों से आँसू.”
शिबू सोरेन का पिछले चार अगस्त को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया था. पांच अगस्त को उनकी राजकीय अंतेयष्टि पैतृक नेमरा गांव में की गई थी.
मुखाग्नि देने के साथ ही हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन अपने परिवार, कुटुंब के साथ पूरी निष्ठा के साथ श्राद्ध कार्यक्रम निभा रहे हैं. इस दौरान हेमंत सोरेन कई मौके पर भावुक दिखे.
शुक्रवार को गांव के बड़का नाला घाट में आदिवासी रीति-रिवाज से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिता शिबू सोरेन के दश कर्म की प्रक्रिया पूरी की.
शनिवार, 16 अगस्त को श्राद्ध-कर्म का संस्कार भोज होना है. बड़े पैमाने पर इस संस्कार भोज की तैयारियां की गई है. इसमें बड़ी तादाद में लोग शामिल होंगे. कई राजनीतिक एवं नामचीन शख्सिसयत भी नेमरा पहुंचेंगे. इसके लिए सुरक्षा के खास इंतजाम किये गए है.