रांचीः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने दुनिया को अपना शौर्य दिखाया है. पूरा देश सेना पर गर्व कर रहा है. भारत ने स्पष्ट संकेत दिया है कि आंतकवाद के साथ कोई समझौता नहीं होगा.
रविवार को रांची स्थित स्वर्णभूमि बैंक्वेट हॉल में आयोजिक नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को बता दिया है कि अब आतंकवाद के खिलाफ बड़ी और कड़ी कार्रवाई होगी.
राजस्थान फाउंडेशन रांची की ओर से आयोजित समारोह में 140 संगठनों और संस्थानों के प्रतिनिधियों ने लोकसभा अध्यक्ष का स्वागत किया.
इस अवसर पर बिरला ने कहा, ‘‘देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है और सभी के सामूहिक प्रयासों से हम इसे 2047 तक हासिल कर लेंगे.’’
उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत का प्रभाव और विश्वसनीयता बढ़ी है और देश आर्थिक, तकनीकी और नवाचार सहित हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड को कभी अविकसित राज्य कहा जाता था, लेकिन आज यह सड़क, रेल और हवाई संपर्क के विस्तार के कारण तेजी से प्रगति कर रहा है.
अधिक गंभीर परिणाम होंगे
उधर जमशेदपुर में ‘सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ (एससीसीआई) के कौस्तुभ जयंती (75वीं वर्षगांठ) समारोह के अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए ओम बिरला ने रविवार को कहा कि अगर कोई भारतीय जमीन पर आतंकवाद को बढ़ावा देगा तो ‘‘ऑपरेशन सिंदूर से भी अधिक गंभीर परिणाम होंगे.’’
बिरला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से दुनिया में कहीं भी आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक रूप से लड़ने का आह्वान किया है ताकि इस खतरे को खत्म किया जा सके.
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना की सफलता के लिए स्वदेशी रक्षा उद्योग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत पहले तकनीक, उद्यमिता और कौशल की कमी के कारण रक्षा उपकरण आयात करता था, लेकिन पिछले एक दशक में देश धीरे-धीरे न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि रक्षा उपकरणों के निर्यात में भी विश्व में अग्रणी बनने की कगार पर है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास क्षमता और युवा एवं कुशल मानव संसाधन हैं, जिसकी दुनिया में कमी है.‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘जापान और रूस जैसे विकसित देश यह मानकर हमारे देश में आते हैं कि भारत के पास विशाल बौद्धिक ज्ञान और नवीन विचार हैं.’’
इस अवसर पर बिरला के अलावा केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और भाजपा सांसद विद्युत वरण महतो भी मौजूद थे.