रांचीः गिरिडीह जिले के घोड़थंबा में होली के दिन हुई हिंसा और आगजनी की घटना के खिलाफ सोमवार को झारखंड विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने हंगामा किया. नेता प्रतिपक्ष इस मामले में चर्चा कराने की मांग कर रहे थे. शोर-शराबे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही बारह बजे तक स्थगित कर दिया है.
झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू हुआ है. होली के अवकाश के बाद सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी के विधायक घोड़थंबा की घटना पर शोर करने लगे. वे चर्चा की मांग कर रहे थे. कई सदस्य वेल में घुस आए. बीजेपी के सदस्यों द्वारा किये जा रहे हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
इससे पहले सदन शुरू होते ही बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गिरिडीह में सुनियोजित तरीके से घटना घटी है. राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है. जिन पर हमले हुए उन्हें ही केस में घसीटा जा रहा है. इसलिए सदन में प्रश्नकाल को छोड़कर कानून व्यवस्था के मामले पर चर्चा होनी चाहिए. वित्त संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि ऐसे मामले में पक्ष और विपक्ष संवेदनशील होते हैं. गृह विभाग के अनुदान मांग के दिन इस पर चर्चा की जा सकती है. कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि बीजेपी समाज बांटने की राजनीति कर रही है.
गौरतलब है कि शुक्रवार को होली के दिन घोड़थंबा में होली का जुलूस लेकर लोग सड़कों पर निकले थे. इस दौरान जुलूस पर अचानक छतों से पत्थरबाजी शुरू हो गई, कथित तौर पर पेट्रोल बम फेंके गए. देखते ही देखते आगजनी की घटना हो गई. इसमें कई दुकानों के अलावा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. ये सभी गाड़ियां जल कर राख हो गईं. आगजनी की खबर के बाद दमकल की कई गाड़ियां पहुंची और काबू पाया. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस लगातार कैंप कर रही है.
सोमवार को नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और उससे पहले रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घोड़थंबा में पीड़ित पक्ष से घटना की जानकारी लेने पहुंचे थे. बाबूलाल मरांडी ने पहले ही आरोप लगाया है कि पुलिस इस घटना को लेकर पीड़ित पक्ष को ही परेशान कर रही है. कई निर्दोष को जेल भेजा गया है.
पुलिस ने इस घटना को लेकर 80 लोगों को नामजद किया है. 22 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. पुलिस में दर्ज प्राथमिकी पर भी बाबूलाल मरांडी ने पहले सवाल खड़े किए थे.
बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है कि गिरिडीह जिले के घोड़थंबा में होली के दिन हुई हिंसा के मामले में प्रशासन कार्रवाई को लेकर उपद्रवियों को बचाने और पीड़ित पक्ष को ही घसीटने में जुटा है.