दुमकाः झारखड में दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के सुन्दराफलान गांव में एक बुजुर्ग आदिवासी दंपति की घर में घुसकर हत्या की घटना की जांच में पुलिस जुटी है. इस घटना में हमलावर ने दंपति की दो बेटियों को भी चाकू मार कर बुरी तरह घायल कर दिया है. दोनों का स्थानीय सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
यह घटना सोमवार- मंगलवार दरमियानी रात की है. पुलिस ने मृतक साहेब हेम्ब्रम (66) और मंगली किस्कु (63 ) के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. शिकारीपाड़ा थाने की पुलिस घायल बेटियों का बयान दर्ज कर रही है. साहेब हेंब्रम की दोनों बेटियां- हीरामुनि हेम्ब्रम और बेनी हेंब्रम का इलाज चल रहा है. बेनी हेंब्रम की हालत गंभीर बनी है.
जानकारी के अनुसार, हमले के बाद घायल बड़ी बेटी हीरामुनी ने पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल करके घटना की जानकारी दी.
बताया जा रहा है कि सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात परिवार पर जानलेवा हमला हुआ. मृत दंपति की बेटियों ने पुलिस को जानकारी दी है कि देर रात जोरदार बारिश हो रही थी तभी कुछ अज्ञात लोग घर में घुस आए और परिवार पर हमला कर दिया. हमले में माता-पिता की मौत हो गई.
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि मृतक साहेब हेंम्ब्रम की बड़ी बेटी हीरामुनी के कथित प्रेमी लोकेश मुर्मू ने इस घटना को अंजाम दिया है.
वह पाकुड़ जिले के एक गांव का रहने वाला है. लोकेश मुर्मू हीरामुनी से शादी करना चाहता था. लेकिन साहेब हेम्ब्रम और उनकी पत्नी ने अपनी बेटी को इससे मना किया था.
अस्पताल में हीरामुनी ने कहा है, ‘‘उस लड़के ने मेरे बाबा और मां को मार दिया. हम दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन मां- बाबा ने उससे बातचीत करने से मना कर दिया था. उनका कहना था कि वह विकलांग है, तो तुम दोनों कैंसे जिंदगी बितायेगी. हालांकि लड़के से मेरा झगड़ा भी नहीं हुआ है. हम उसको बोलते थे कि घर वाले अभी मना कर रहे हैं, लेकिन किसी दिन वे मान जाएंगे. ऐसा बोलकर उसे समझा दिये थे.”
फिलहाल पुलिस घटनाक्रम की हर बिंदु पर जांच में जुटी है. इस घटना से गांव में भी सन्नाटा है.