रांचीः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को उनके रांची स्थित सरकारी बंगले में हाउस अरेस्ट किया गया है.
रांची के निकट नगड़ी मौजा में प्रस्तावित रिम्स-2 के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ रैयतों और आदिवासियों के विरोध कार्यक्रम में रविवार को चंपाई सोरेन भी शामिल होने वाले थे. इससे पहले रांची पुलिस ने एहतियातन उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया.
चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया के अपने अकाउंट एक्स पर भी यह जानकारर दी है. उन्होंने कहा है, “नगड़ी के आदिवासी मूलवासी किसानों की आवाज उठाने से रोकने के लिए झारखंड सरकार ने आज सुबह हाउस अरेस्ट कर लिया है.”
उन्होंने यह भी कहा है कि कहां किनकी जमीन छीनी जा रही है, कैसे रैयत और आदिवासी संघर्ष कर रहे हैं, इस बारे में शाम में वे पूरी जानकारी देंगे.
झारखंड बीजेपी ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया है. गौरतलब है कि नगड़ी मौजा के रैयतों के साथ विभिन्न आदिवासी और सामाजिक संगठनों ने रविवार को प्रस्तावित जमीन अधिग्रहण के खिलाफ हल जोतो रोपा रोपो कार्यक्रम रखा है.
नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीण कई दिनों से आंदोलन की तैयारी में जुटे हैं. समिति ने आसपास के गांवों के किसानों को इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता दिया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बहुत पहले जमीन का अधिग्रहण किया गया था. पर जब यहां कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ, तो इस जमीन पर स्वाभाविक दावा रैयतों का है.
उधर नगड़ी मौजा के पास इस कार्यक्रम को रोकने के लिए रविवार की सुबह से ही बड़ी तादाद में मैजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बलों की तैनाती की गई है.
हाल में ही चंपाई सोरेन ने आदिवासियों के समर्थन में इस कार्यक्रम में शरीक होने की बात कही थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि सरकार में हिम्मत है तो नगड़ी में हल जोतने से उन्हें रोक ले.
गौरतलब है कि सरकार राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के विस्तार को लेकर नगड़ी में जमीन चिन्हित की है. ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं.