गुमला : गुमला जिले के पालकोट प्रखंड के बरडीह और देवगांव चापाटोली गांव में हाथी ने दो लोगों को पटककर मार डाला है. हाथी के हमले में तीन लोग घायल हैं.
इन दिनों झारखंड के जंगलों- पहाड़ों के किनारे बसे गांवों में हाथियों के हमले बढ़े हैं. और इन घटनाओं में सबसे ज्यादा आदिवासी मारे जा रहे हैं.
पिछले रविवार को खूंटी जिले के जरियागढ़ थाना क्षेत्र के नगड़ा पतराटोली गांव के 33 वर्षीय उमेश बारला को एक हाथी सूढ़ के सहारे घर से बाहर खींचकर निकाला और पटक दिया. इसके बाद बांस की झाड़ियों के पास ले जाकर हाथी ने अपने दांत से उमेश के पेट में धंसा दिया. इलाज के दौरान उमेश बारला की मौत हो गई थी.
गुमला में हाथी ने जिन दो लोगों को पटक कर मारा डाला है उनमें देवगांव चापाटोली निवासी 60 वर्षीय ख्रीस्टोफर एक्का और 40 वर्षीया तेतरटोली निवासी हेमावती देवी शामिल हैं. ख्रीस्तोफर को हाथी ने अपनी सूड़ में उठाकर जोर से पटक दिया. जिससे ख्रीस्तोफर का पेट फट गया.
ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस से ख्रीस्तोफर को इलाज के लिए गुमला सदर अस्पताल ले जा रहे थे. लेकिन, अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही ख्रीस्तोफर की मौत हो गयी. जंगली हाथी इतने में भी नहीं रुका. डहूपानी पंचायत के तेतरटोली गांव की महिला को हाथी ने रौंदकर मौत के घाट उतार दिया है. इधर बारडीह निवासी इमिल उनकी पत्नी पत्नी क्लारा बा और देवगांव चापाटोली निवासी अजय मिंज को हाथी ने घायल कर दिया है. घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है.
इस बीच पालकोट के वनपाल कृष्णा महतो ने अपने सहयोगी वन कर्मियों से सभी घायलों को इलाज के लिए पांच-पांच हजार रुपये अस्पताल भिजवाया है. वनरक्षी संदीप कुमार ने बताया कि अभी हाथी डहुपानी गांव के जंगल की ओर चला गया है. बताया जा रहा है कि हाथी खूंटी के जंगलों से गुमला पहुंचा है.