खूंटीः खूंटी जिले की तोरपा में 18 साल पहले हुए एक चार साल के बच्चे के अपहरण और हत्याकांड के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी शिशुपाल सिंह को गिरफ्तार किया है.
शिशुपाल की गिरफ्तारी रांची के पुंदाग इलाके से की गई है, जहा वह पहचान छुपाकर वर्षों से रह रहा था.
यह मामला तोरपा थाना में दिनांक 5 मार्च 2007 को दर्ज कांड संख्या 10/07 से जुड़ा है, जिसमें पहले अपहरण की धारा 364 और बाद में हत्या की धारा 302 भादवि जोड़ी गई थी.
शिशुपाल सिंह मूल रूप से तोरपा का रहने वाला है. घटना को अंजाम देने के बाद वह पूरे परिवार के साथ पुंदाग ओपी क्षेत्र में रह रहा था. इस कांड में शामिल अन्य आरोपियों बलदेव महतो, वाल्टर डाहंगा, बीरू सिंह और जावेद खान को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि शिशुपाल सिंह पुलिस की फाइलों में पिछले 18 वर्षों से फरार था.
खूंटी पुलिस कार्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि यह घटना 4 मार्च 2007 की है. अपराधियों का मकसद दामोदर मास्टर के बेटे का फिरौती के लिए अपहरण करना था, लेकिन जब वे घटना स्थल पर पहुंचे, तो वहां दो बच्चे खेल रहे थे एक दामोदर मास्टर का बेटा और दूसरा चंद्रशेखर जायसवाल का चार वर्षीय बेटा निशांत जायसवाल. अपराधियों ने गलती से निशांत जायसवाल का अपहरण कर लिया.
परिजनों ने घटना के बाद थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. अगली सुबह 5 मार्च को तोरपा नगर भवन के पीछे से निशांत जायसवाल का शव बरामद हुआ था. मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की थी.