झारखंड में पुलिस, उत्पाद सिपाही, होमगार्ड और जेल कक्षपाल की भर्ती प्रकिया में बदलाव करते हुए सरकार ने दौड़ की सीमा को घटाने का फैसला लिया है. 13 मार्च को कैबिनेट की बैठक में इस बाबत प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. पहले इन पदों के लिए अलग- अलग परीक्षा होती थी, लेकिन अब एक ही परीक्षा होगी. इसके लिए संयुक्त नियुक्ति नियमावली बनाई गई है.
इसके साथ ही सरकार ने शारीरिक परीक्षा में दौड़ के मानकों को भी बदस दिया है. गौरतलब है कि पिछले साल उत्पाद सिपाही की बहाली को लेकर दौड़ में पंद्रह युवाओं की मौत हो गई थी.
मंत्रिमंडल सिचवालय की प्रधान सचिव वंदना दादेल ने कैबिनेट में लिए गए फैसले के बारे में जानकारी देते हुए बुधवार को बताया है कि सरकार ने दौड़ की अहर्ता को संशोधित करते हुए तय किया है कि पुरूष अभ्यर्थियों को छह मिनट में 1600 मीटर दौड़ना होगा. जबकि महिलाओं के लिए यह समय सीमा दस मिनट की होगी. इससे पहले पुलिस भर्ती में साठ मिनट में दस किलोमीटर की दौड़ लगानी होती थी.
इन भर्तियों के लिए शारीरिक मापदंड में भी बदलाव किया गया है. सामान्य वर्ग, आर्थिक रूप से पिछड़ा और पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों की ऊंचाई 107 सेमी और सीने की चौड़ाई 81 सेमी निर्धारित की गई है. एसटीएसी के लिए ऊंचाऊ 155 सेमी और सीने की चौड़ाई 79 सेमी तय की गई है.
इधर राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी के कई नेताओं ने सरकार के फैसले पर तंज कसते हुए कहा है कि पंद्रह युवाओं की मौत के बाद सरकार ने नीति बदली. यह प्रस्ताव पहले ही पारित किया जाना चाहिए था.