रांचीः झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने गुमला से पार्टी की पूर्व प्रत्याशी निशा भगत को पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है. इस बाबत पार्टी प्रमुख जयराम कुमार महतो के हस्ताक्षर से पत्र जारी कर दिया गया है.
पार्टी ने यह कार्रवाई निशा भगत के द्वारा कुड़मी समुदाय के संबंध में दिए गए एक बयान को लेकर की गई है.
गौरतलब है कि हाल ही में एक यूट्यूबर से बातचीत में निशा भगत के द्वारा कुड़मी को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने की मांग और आंदोलन को लेकर दी गई प्रतिक्रिया को पार्टी ने गंभीरता से लिया है.
पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि निशा भगत के वक्तव्य पार्टी की नीतियों, सिद्धांतों और अनुशासन के प्रतिकूल हैं तथा इससे पार्टी की छवि को गंभीर क्षति पहुँची है. बयान के अनुसार, उनका यह आचरण समाज में विभाजनकारी वातावरण उत्पन्न करता है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता.
पार्टी ने कहा है कि अनुशासन समिति की संस्तुति पर, उन्हें न केवल सभी पदों और जिम्मेदारियों से मुक्त किया है, बल्कि आगामी छह वर्षों तक किसी भी पार्टी गतिविधि, पद अथवा दायित्व में भागीदारी पर पूर्ण प्रतिबंध भी लगाया गया है.
गौरतलब है कि निशा भगत गुमला विधानसभा सीट से जेएलकेएम की उम्मीदवार रह चुकी हैं और पार्टी में एक सक्रिय चेहरा मानी जाती थीं.
सूर्या हांसदा मुठभेड़ की सीबीआइ जांच की मांग और नगड़ी में रिम्स-टू के लिए जमीन अधिग्रहण के मुद्द पर भी वे मुखर रही हैं.
हालांकि, हाल ही में दिए गए उनके बयानों पर सोशल मीडिया और समुदायों में प्रतिक्रियाओं का दौर जारी था.
कुड़मी समुदाय के लोग अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने के लिए आंदोलन करते रहे हैं. इसी मामले में निशा भगत की प्रतिक्रिया को लेकर सोशल मीडिया पर टीका- टिप्पणी जारी है.