रांचीः युवा इंजीनियर और झारखंड में विभिन्न खेल तथा सामाजिक संगठनों से जुड़े वेदांत कौस्ताव ने यूनेस्को में को-चेयर नियुक्त हुईं, उच्च शिक्षा जगत की जानी- मानी शख्सियत डॉ सोनाझरिया मिंज़ से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी.
इस मुलाकात के दौरान वेदांत ने डॉ मिंज को एक पुस्तक- Babasaheb: My Life With Dr. Ambedkar भेंट की और युवाओं के सोच और प्रगति को लेकर मार्ग दर्शन लिया. वेदांत ने इस मुलाकात को सुखद और प्रेरणादायक बताया है. उन्होंने कहा कि पूरा झारखंड उनकी (डॉ मिंज) की इस उपलब्धि पर गर्व कर रहा है. डॉ मिंज झारखंड में गुमला की रहने वाली हैं.
वेदांत ने कहा, “डॉ मिंज की यह ऐतिहासिक उपलब्धि देश के आदिवासी समाज और युवाओं के लिए एक प्रेरणा है कि जड़ों से जुड़े रहकर और चुनौतियों के बीच से गुजरते हुए भी भी वैश्विक मंच पर नेतृत्व किया जा सकता है. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में डॉ मिंज का योगदान युवाओं के लिए प्रेणादायक है.”
इससे पहले 27 मई 2020 को डॉ सोना झरिया मिंज को सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका का कुलपति नियुक्त किया गया था. कुलपति के तौर पर अपनी तीन साल की सेवा में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में और संताली भाषा, संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन, शोध के अलावा कला, शिल्प को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये.
लंबी लकीर खींच दी
जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस विभाग की प्रोफेसर डॉ. सोनाझरिया मिंज एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने अपने जीवन में तमाम उतार- चढ़ाव का सहजता से सामना करते हुए न केवल उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई, बल्कि वैश्विक मंच पर आदिवासी समुदायों के अधिकारों, ज्ञान प्रणालियों और आत्मनिर्णय को बढ़ावा देने के लिए यूनेस्को की को-चेयर के रूप में नियुक्त होकर एक लंबी लकीर खींच दी है.
यूनेस्को चेयर एक अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक पद है, जो दुनिया भर के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों में शिक्षा, संस्कृति, सतत विकास और मानवाधिकार जैसे यूनेस्को के महत्वपूर्ण विषयों पर वैश्विक सहयोग, ज्ञान साझा करने और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देता है. 125 से अधिक देशों में 1,000 से ज्यादा यूनेस्को चेयर हैं.
“Transforming Indigenous Knowledge, Research Governance, and Rematriation” के तौर पर यूनेस्को में को- चेयर नियुक्त किए जाने पर डॉ मिंज को बधाई का तांता लगा है.
मंगलवार को ही जेएमएम की विधायक कल्पना सोरेन ने भी डॉ सोना झरिया मिंज़ से मुलाक़ात की.
कल्पना सोरेन ने यूनेस्को द्वारा आदिवासी विषयों पर डॉ सोना झरिया मिंज को-चेयर नियुक्त किए जाने पर हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई दी.