रांचीः केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को दोपहर में झारखंड की राजधानी में रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे. लोकापर्ण समारोह की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
केंद्रीय मंत्री अभी तुरंत रांची पहुंचे हैं. यहां से वे गढ़वा जा रहे हैं. वहां राजमार्ग से जुड़ी कई परियोजनाओं का लोकर्पण और शिलान्यास होना है. इसके बाद वे रांची में फ्लाई ओवर का लोकार्पण करेंगे.
उधर गढ़वा में वे 1129.48 करोड़ रुपये की लागत से बने गढ़वा बाइपास सड़क का उद्घाटन करेंगे. छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा से गुमला तक फोर लेन सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास भी बेहद महत्वपूर्ण है.
इससे पहले बिरसा एयरपोर्ट पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, सांसद सह केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ समेत कई नेताओं ने नितिन गडकरी का स्वागत किया.
रातू रोड स्थित ओटीसी ग्राउंड में कार्यक्रम को लेकर भव्य तैयारी की गई है. कार्यक्रम को लेकर शहर में ट्रैफिक रूट में बदलाव किये गये हैं.
558 करोड़ की लागत
4.17 किमी लंबे फ्लाईओवर एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण में 558 करोड़ खर्च हुए हैं. निर्माण में उच्च तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
रांची के सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा है कि रांची की बहुप्रतीक्षित परियोजना साकार रूप ले रहा है. यातायात की समस्या दूर करने में यह परिजोयना कारगर साबित होगा. आधे घंटे की दूरी पांच मिनट में तय की जा सकती है.

उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा है, “₹558 करोड रुपए की लागत से रातू रोड में एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण का बहुप्रतीक्षित सपना पूरा हुआ. इस सौगात के लिए पीएम मोदी और परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का हृदय से आभार.”
एनएचएआई की इस परियोजना का काम गुड़गांव की कंपनी केसीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था.
क्या है कॉरिडोर की खासियत
रांची में बना रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर कई मायनों में खास है. झारखंड में पहली बार बुलेट प्रूफ व्यू कटर का इस्तेमाल हुआ है. साथ ही झटका रोकने वाला ज्वाइंटर लगाया गया है.
फ्लाईओवर में मॉड्यूलर एक्सटेंशन ज्वाइंट लगाया गया है, जिससे ज्वाइंट पर आवाज नहीं आयेगी. इससे गाड़ियों पर झटका नहीं लगेगा.
इसके अलावा कॉरिडोर के निर्माण में सुरक्षा के बेहतप मानकों का इस्तेमाल हुआ है, जिससे दुर्घटना की संभावनाएं कम होंगी.
बारिश के मौसम में जल संरक्षण के ध्येय से फ्लाई ओवर के पानी को नीचे लाकर जमीन के अंदर ले जाने का बेहतर प्रबंध हुआ है. फ्लाईओवर के ऊपर और नीचे लाइटिंग की भी व्यवस्था की गयी है.
रांची में तीसरा फ्लाईओवर
यह रांची का तीसरा फ्लाईओवर होगा. इससे पहले पांच जून को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सिरमटोली चौक से राजेंद्र चौक होते हुए मेकॉन गोलचक्कर तक फोर लेन फ्लाई ओवर/एलिवेटेड रोड-सह-आरओबी परियोजना का लोकापर्ण किया था. जबकि पिछले साल चार अक्टूबर को कांटाटोली फ्लाईओवर का उदघाटन किया गया था. यह फ्लाईओवर कोकर के शांतिनगर से योगदा सत्संग आश्रम बहुबाजार तक बना है. सिरमटोली फ्लाई ओवर, इसका विस्तार है.