राष्ट्रीय जनता पार्टी (आरजेडी) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न (SIR) के बाद जारी हुई सूची में उनका नाम नहीं है.
इस मामले पर तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस करते हुए कहा, “मेरा नाम वोटर लिस्ट में नहीं है. मैं चुनाव कैसे लड़ूंगा? ये चुनाव आयोग का एप्लिकेशन है और मैंने इसमें अपने ईपीआईसी नंबर डाला है.”
तेजस्वी यादव इसके बाद एप्लिकेशन में अपनी निजी जानकारियां डालते हुए दिखाई देते हैं और मीडिया को भी इसकी जानकारी देते हैं.
इसके बाद एक बड़ी स्क्रीन पर लिखकर आता है- एरर. नो रिकॉर्ड फ़ाउंड.
तेजस्वी यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगना चाहिए.
हालांकि, चुनाव आयोग ने उनके दावे का तुरंत फैक्ट चेक करते हुए वह लिस्ट शेयर की जिसमें राजद नेता का पूरी डिटेल थी.
तेजस्वी यादव के इस दावे के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. बीजेपी के कई नेताओं ने कहा है कि तेजस्वी तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं.
उधर पटना के डीएम DM त्यागराजन एस.एम. ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का नाम ज़रूर है, उनका नाम नहीं होने का दावा पूरी तरह ग़लत है, उनका नाम अभी भी उस बूथ पर है जहां वे वोट देते थे. हमारे पास जो EPIC नंबर उपलब्ध है, जो गहन पुनरीक्षण से पहले उनके नाम के साथ जोड़ा गया था, वही EPIC नंबर है जो उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में जमा किया था. कोई भ्रम नहीं है. कोई समस्या नहीं है. 2020 के चुनाव के अपने हलफ़नामे में उन्होंने वही EPIC नंबर दिया है जो हम बता रहे हैं, अब अगर वे कोई और EPIC कार्ड दिखा रहे हैं तो उसे देखना होगा.”