रामगढ़ः भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि भारत की इवीएम पूरी तरह सुरक्षित और टेंपरप्रूफ हैं. इवीएम को ना तो ब्लूटूथ या इंटरनेट से कनेक्ट किया जा सकता है और ना ही इसमें कोई छेड़छाड़ की जा सकती है.
तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आए मुख्य चुनाव आयुक्त ने शनिवार को अपनी पत्नी अनुराधा कुमार के साथ रजरप्पा मंदिर पहुंचे और मां छिन्नमस्तिका देवी की पूजा-अर्चना की.
मंदिर में दर्शन के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सीसीएल गेस्ट हाउस, रजरप्पा में ‘एक्सपीरियंस शेयरिंग कार्यक्रम’ में भाग लिया. इस कार्यक्रम में उन्होंने लोकसभा और विधानसभा आम चुनाव, 2024 के दौरान सेवा देने वाले वॉलंटियर्स से बातचीत की. वॉलंटियर्स ने अपने चुनावी अनुभव साझा किए, जिन पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने गंभीरता से चर्चा की और उनकी सराहना की.
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीइसी) ने रजरप्पा प्रोजेक्ट स्थित वीआइपी गेस्ट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र की जड़ें काफी मजबूत हैं.
उन्होंने इवीएम की सुरक्षा और पारदर्शिता पर भी भरोसा जताते हुए कहा, ‘भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित हैं. ईवीएम इंटरनेट, ब्लूटूथ या इंफ्रारेड से कनेक्ट नहीं होतीं, इसलिए इन्हें हैक या टेंपर करना संभव नहीं है.
उन्होंने आगे कहा, वोट डालने पर जिस प्रत्याशी के लिए बटन दबाया जाता है, उसी का वीवीपैट स्लिप निकलता है. अब तक 5 करोड़ से ज्यादा वीवीपैट स्लिप्स की गणना की जा चुकी है और ईवीएम व वीवीपैट में किसी प्रकार का कोई अंतर नहीं पाया गया है.’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत निर्वाचन आयोग यह सुनिश्चित करता है कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पूर्णतः पारदर्शी और सुरक्षित रहे.
18 वर्ष आयु का हर नागरिक निर्वाचक बने
उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की आयु के प्रत्येक नागरिक को निर्वाचक बनना चाहिए. इसके लिए मतदान केंद्र पर एक बूथ लेवल अधिकारी नियुक्त किया जाता है और हर बूथ पर हर राजनीतिक दल को बूथ लेवल एजेंट नामित करने का अधिकार होता है. उन्होंने कहा कि झारखंड में किसी भी जिला निर्वाचन पदाधिकारी डीइओ या सीइओ कार्यालय में कोई भी अपील लंबित नहीं है.
इस अवसर पर झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रवि कुमार, एडिशनल सीईओ नेहा, रामगढ़ के उपायुक्त चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय कुमार समेत जिले के अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में वॉलंटियर्स उपस्थित रहे.
गौरतलब है कि अमेरिका की खुफिया विभाग की निदेशक तुलसी गबार्ड ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे. जिसके बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भारत की चुनाव आयोग से सवाल किए थे.