जमशेदपुरः लौहनगरी जमशेदपुर स्थित गोपाल मैदान में आदिवासी युवाओं के जुटान में सरहुल, बाहा पर्व का उल्लास छाया रहा. आदिवासी सेमलेद कार्यक्रम को बाः, बाहा और सरहुल उत्सव के रूप में मनाया गया. इस समारोह में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल थे.
आदिवासी युवाओं ने सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का परचिय देते हुए अपने अस्तित्व बचाने पर जोर दिया. इसमें कोल्हान के अलावा ओडिशा से युवाओं की कई नॉत्य मंडलियों ने हिस्सा लिया. मांदर, नगाड़े की थाप पर हजारों युवा जब एक साथ थिरके, तो चंपाई सोरेन भी खुद को रोक नहीं सके. सभी लोग पारंपरिक वेश-भूषा में पहुंचे थे.
चंपाई सोरेन ने इस समारोह में आदिवासी एकजुटता के लिए युवाओं से स्वशासन व्यवस्था के सम्मान करने पर जोर दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन करने वालों को आदिवासी आरक्षण का लभ नहीं मिले. इस मुद्दे पर चंपाई सोरेन लगातार मुखर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में आदिवासियों पर निरंतन और विभिन्न तरीके से प्रत्यक्ष- परोक्ष हमले हो रहे हैं. आदिवासियों के धर्म परिवर्तन को लेकर जो साजिशें चलती रही हैं, उसे रोकने के लिए युवाओं को आगे आना होगा.
कार्यक्रम को सफल बनाने में युवा आदिवासी संगठन के संरक्षख बबलूनाथ सोरेन, अध्यक्ष हरिराम टुडू, भीम सेन मुर्मू, बुधराम बेसरा, सचिन समद, उदेश सोरेन अनिल मुर्मू, सुप्रीति किस्कू, सीता सोरेन आदि शामिल थे.