बोकारोः कई सालों से माओवादी दस्ते में सक्रिय सदस्य के तौर पर काम कर रही सुनिता मुर्मू ऊर्फ लीलमुनी मुर्मू ने सोमवार को बोकारो पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया.
21 अप्रैल को बोकारो जिले के लुगू पहाड़ी में पुलिस ने माओवादियों के शीर्ष लीडर और एक करोड़ के इनामी प्रयाग मांझी उर्फ विवेक समेत आठ नक्सलियों को मार गिराया है. इसके साथ ही पुलिस ने कई हथियार और सामान बरामद किए हैं. नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान में इसे पुलिस की बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है.
पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ के दौरान संगठन की महिला सक्रिय सदस्य सुनिता मुर्मू उर्फ लीलमुनी मुर्मू मौके से भागने में सफल रही थी. लेकिन बाद में उसने पुलिस की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर सरेंडर करने का रास्ता चुना.
22 वर्षीय सुनिता मुर्मू, ग्राम अमरपानी, थाना शिकारीपाड़ा, जिला दुमका की रहने वाली है. सुनिता पूर्व में गिरिडीह जेल में तीन वर्ष तक न्यायिक हिरासत में रही है. उसके विरुद्ध महुआटांड थाना कांड संख्या-15/25 एवं खुखरा थाना कांड संख्या-09/18 सहित कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट, विस्फोटक अधिनियम, सीएलए एक्ट की धाराएं शामिल हैं.