रांचीः बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि झारखंड बारूद के ढेर पर बैठा है. यह बारूद जमाई टोला है. देश से घुसपैठियों को बाहर करने का काम किया जा रहा है. घुसपैठिये को चिह्नित किया जा रहा है, लेकिन झारखंड में उन्हें बसाने के लिए रेड कार्पेट बिछाया जा रहा.
केंद्रीय मंत्री गुरुवार को रांची में बीजेपी दफ्तर में मीडया से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. साथ ही झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार पर भी निशाने साधे.
उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासी आबादी घट रही. उनके अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. आदिवासी समाज बचेगा तभी तो नेता बनेंगे. हेमंत सरकार अब तक पेसा कानून लागू नहीं किया है. यह कानून आदिवासियों की परंपरा संस्कृति को बचाने का कानून है. जल जंगल जमीन पर अधिकार दिलाने का कानून है.
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को दलगत भावना से ऊपर उठकर झारखंड को बचाने केलिए चिंता करनी चाहिए. हेमंत सरकार सत्ता के लोभ में घुसपैठियों को संरक्षण देकर आपातकाल से भी ज्यादा खतरनाक खेल खेल रही है.
आपातकाल के लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए
गिरिराज सिंह ने कहा कि 50 साल पहले इंदिरा गांधी ने देश पर इमरजेंसी थोपी थी. लोकतंत्र की हत्या के बारे में मौजूदा युवा पीढ़ी को जानने की जरूरत है. भारत जहां लिच्छवी गणराज्य था में आखिर आपातकाल क्यों लगाया गया. क्यों लोकतंत्र को मारने की कोशिश की. यह स्पष्ट है कि आपतकाल लगाने वाली प्रधानमंत्री इंदिरा जी वंशवाद की उपज थीं. लोकतंत्र और वंशवाद एक दूसरे के पूरक नहीं हो सकते.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को थेथरलॉजी छोड़कर 25 जून को देश भर में माफी सभा करके देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. दूसरी तरफ भाजपा देश भर में मॉक पार्लियामेंट के माध्यम से युवाओं को इस काले अध्याय से परिचित करा रही है.