दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इधर रांची में हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रियों ने बीजेपी पर पलटवार किया है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने गुरुवार को विधानसभा परिसर में मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल पर कहा, एक आदिवासी मुख्यमंत्री का होना बीजेपी वालों को पच नहीं रहा है. दिल्ली में बैठकर हमारे खिलाफ बोलेंगे, आंख दिखायेंगे, तो उनकी बोरिया बिस्तर समेट देंगे. यहां से कोयला, लोहा, पत्थर जाना रोक देंगे. बत्ती गुल कर देंगे.
इसी सवाल पर शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा, “दिल्ली से प्रेस कांफ्रेस करें या बंबई से करें, कोई फर्क नहीं पड़ता. हेमंत सोरेन जिस कुशलता से सरकाल चला रहे हैं उससे झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता खुश है.”
गौरतलब है कि बुधवार को बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की नीतियों और कार्यशैली को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी कोई बदलाव नहीं आया है. राज्य में बड़े पैमाने पर घोटाले हो रहे हैं, और ये घटनाएं दिल्ली से दूर होने के कारण राष्ट्रीय मीडिया तक नहीं पहुंच पाती हैं।
उन्होंने कहा कि जब हेमंत सोरेन की सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे कर रही थी, तब उन्हें उम्मीद थी कि सोरेन सरकार राज्य के हित में काम करेगी और भ्रष्टाचार मुक्त शासन स्थापित करने का प्रयास करेगी. लेकिन, यह धारणा गलत साबित हुई.
बीजेपी ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए जेएमएम- कांग्रेस गठबंधन सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान कथित स्वास्थ्य क्षेत्र में कथित तौर पर घोटाले का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कहा कि कैसे विकास फंड का उपयोग नहीं किया गया. उपयोगिता प्रमाण पत्र भी नहीं दिए गए.
सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में भी भारी कमी है. उन्होंने बताया कि झारखंड में शिक्षक और स्वास्थ्य स्टाफ की कमी है, और ग्रामीण इलाकों में लोग 50 किलोमीटर तक अपने कंधे पर मरीज को लेकर जाते हैं. कांग्रेस और जेएमएम जब-जब राज्य में सत्ता में आती है, तो भ्रष्टाचार के मामलों को बढ़ावा देती है.