बोकारोः बोकारो जिले के नावाडीह थाना क्षेत्र के बारीडाह जंगल में हेमलाल पंडित हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक महिला चंपा देवी भी शामिल हैं.
14-15 मई की रात हेमलाल पंडित अपने पिता तुलसी पंडित के साथ नावाडीह थाना क्षेत्र के बारीडीह इलाके से अपने गांव सिरौय (विष्णुगढ़ थाना) लौट रहे थे. इसा दौरान बाइक सवार तीन लोगों ने हेमलाल पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी थी. तुलसी पंडित झाड़-फींट का काम करते हैं. और घटना के दिन उन्हें झांड़-फूंट करने के लिए वानाडीह बुलाया गया था.
एसपी मनोज स्वर्गियारी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक हेमलाल पंडित और मुख्य आरोपी महिला चंपा देवी दोनों हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के सिरौय गांव के रहने वाले हैं.
बीते साल दुर्गा पूजा की नवमी के दिन चंपा के पति की हत्या हुई थी. इस हत्या को लेकर चंपा को हेमलाल पंडित पर पर शक था. इसी संदेह में चंपा ने अपने धनबाद निवासी मित्र प्रकाश सिंह के माध्यम से हेमलाल की हत्या की सुपारी 3 लाख रुपए में दी थी.
प्रकाश सिंह ने दो शूटरों- डोमन राम और विकास कुमार से संपर्क साधा. इसके बाद हेमलाल पंडित की हत्या कर दी गई. पुलिस ने इनके पास से एक देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा और 6 कारतूस बरामद किए हैं. तीनों आरोपियों को धनबाद से गिरफ्तार किया गया है.
जब जयराम पहुंचे थे घटना स्थल
घटना की रात लगभग 12.30 बजे डुमरी के विधायक जयराम कुमार महतो घटना स्थल पर पहुंचे थे. वहां से उन्होंने पुलिस के आधिकारियों को फोन लगाकर घटना की जानकारी देनी चाही, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया. बाद में उनकी नावाडीह के थाना प्रभारी से बात हुई. नावाडीह की पुलिस दो घंटे बाद घटना स्थल पर पहुंची. जयराम ने इस मामले को लेकर एक वीडियो लाइव किया था. उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे.

इस घटना के बाद सिरौय गांव और स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला था. आक्रोशित लोगों ने नावाडीह थाना में जमकर तोड़फोड़ भी की थी.
इस मामले की जांच के लिए बोकारो एसपी ने बेरमो एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया था. टीम ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया.