राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि जाति जनगणना का मोदी सरकार पहले विरोध कर रही थी, लेकिन अब ‘हमारे ही एजेंडे’ पर चल रही है.
जातिगत जनगणना पर मोदी कैबिनेट के फ़ैसले पर तेजस्वी ने कहा, “विपक्ष की मांग का सरकार ने विरोध किया था.तब प्रधानमंत्री मोदी ने मना कर दिया था, पार्लियामेंट में भी इनके मंत्री मना कर रहे थे लेकिन सरकार को अब हमारी बात माननी पड़ी है. ये हमारी मांग है और ये हमारी जीत है.”
तेजस्वी ने कहा,”जब नतीजे आएंगे तो हमारी मांग होगी कि पूरे देश के विधानसभा चुनावों में पिछड़े और अति पिछड़ों के लिए भी सीटें आरक्षित की जाएं. जितनी आबादी है उतनी भागीदारी होनी चाहिए.अब हमारी अगली लड़ाई ये ही होगी.”
आरजेडी नेता ने कहा, केंद्र सरकार ने जाति जनगणना को राष्ट्रीय जनगणना का हिस्सा बनाने की घोषणा पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “ये हम लोग की 30 वर्ष पुरानी मांग रही है और ये हमारे पूर्वजों तथा समाजवादियों की जीत है और लालू जी की जीत है.
उन्होंने कहा कि परिसीमन के बाद लोकसभा और विधानसभाओं में जाति जनगणना के नतीजों के आधार पर सीटें आरक्षित करनी ही होंगी.
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार ने अगली जनगणना में जाति जनगणना कराने का निर्णय भी लिया है.