रांचीः बीजेपी की नेता और जामा से पूर्व विधायक सीता सोरेन समेत चार अन्य लोगों के खिलाफ रांची के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में शिकायतवाद दर्ज कराया गया है. सीता सोरेन के साथ जिन चार लोगों के नाम हैं उनमें पूर्व विधायक के अंगरक्षक अर्जुन कुशवाहा, विवेक सिंह, विवेक सिंह की बहन और रिंकू शाहदेव शामिल हैं.
शिकायतवाद सीता सोरेन के पूर्व पीए देवाशीष घोष की बहन हटिया निवासी रीना घोष ने दर्ज कराया है. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने शिकायतकर्ता का बयान दर्ज करने के लिए 28 अप्रैल की तारीख तय की है.
पीए की बहन ने दर्ज कराया है शिकायतवाद
शिकायतवाद में रीना घष ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उनका भाई देवाशीष घोष निजी सचिव के तौर पर कई सालों से सीता सोरेन के साथ काम कर रहे थे. 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में सीता सोरेन जामाताड़ा से चुनाव लड़ीं और हार गईं. इस हार के बाद सीता सोरेन देवासीष पर आरोप लगाती रहीं कि चुनाव में तुमने पैसे बहुत खर्च कर दिए उसे वापस करना होगा.
आरोप है कि 7 मार्च को देवाशीष को जबरन अगवा कर धनबाद के सरायढेला स्थित एक होटल में ले जाया गया. वहां हथियार दिखाकर उनकी गाड़ी की चाबी, जमीन के कागजात और एटीएम कार्ड छीन लिए गए. इसके अलावा तीन लाख रुपये जबरन सीता सोरेन के खाते में ट्रांसफर कराए गए और बैंक के चेक भी ले लिए गए.
शिकायतवाद में आरोप है कि एक फर्जी पिस्तौल दिखाकर देवाशीष के खिलाफ सरायढेला थाना में झूठा केस दर्ज कराया गया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
सरायढेला के होटल में क्या हुआ था
झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन पिछले साल मार्च महीने में जेएमएम छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं. बीजेपी ने पहले उन्हें दुमका लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया था. लेकिन वे चुनाव हार गईं. इसके बाद विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें जामताड़ा से चुनाव लड़ाया. यह चुनाव भी सीता सोरेन हार गईं.
पिछले सात मार्च को धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र के एक होटल में सीता सोरेन के पीए देवाशीष घोष को गिरफ्तार किया गया था. सीता सोरेन धनबाद के कतरास में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गई थीं. वह सरायढेला के एक होटल में ठहरी थीं. देवाशीष घोष पहले से ही उस होटल के कमरे में मौजूद था. विधानसभा चुनाव में फंड को लेकर दोनों के बीच चर्चा हो रही थी. इसी दौरान कहा-सुनी हो गई और देवाशीष ने उन पर पिस्टल तान दिया. इसके बाद सीता सोरेन के अंगरक्षकों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया. पुलिस ने देवाशीष को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.