धनबादः धनबाद के कतरास में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) की खदान क्षेत्र में शुक्रवार को जमीन धंसने के कारण दो बड़े हादसे हुए हैं. पहली घटना 4 नंबर खदान एरिया की है, जहां खनन करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी की एक सर्विस वैन के करीब 300 फीट गहरी खाई में गिर जाने से कम से कम छह मजदूरों की मौत हो गई है.
इनमें कड़ी मशक्कत और रेस्क्यू के बाद तीन लोगों की लाथ निकाल ली गई है. बाकी की तलाश जारी है. शनिवार से एनडीआरएफ की टीम को भी लगाया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक खनन करने वाली मां अम्बे कंपनी की एक सर्विस वैन भू-धंसान के कारण करीब 300 फीट गहरी खाई में जा गिरी है. इस वैन में छह मजदूर सवार थे.
खदान नंबर चार के पास हादसा उस वक्त हुआ, जब सर्विस वैन मजदूरों को लेकर खदान क्षेत्र से बाहर निकल रही थी. अचानक मिट्टी खिसक गई और वाहन गहरी खाई में गिर पड़ा. घटना की गंभीरता को देखते हुए कंपनी के वरीय अधिकारी रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पूरे दिन चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद देर शाम तीन लोगों की लाश निकाली जा सकी.
हादसे की जानकारी मिलने के बाद धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो भी मौके पर पहुंचे.
ढुलू महतो ने सोशल मीडिया के अपने अकाउंट एक्स पर कहा है, सभी छह मजदूरों की असामयिक मृत्यु अत्यंत दुखद है. घटना स्थाल पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य कार्य का जायजा लिया हूं. यह हादसा सुरक्षा मानकों की गंभीर लापरवाही का परिणाम प्रतीत होता है. पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की भी एक प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा है कि बीसीसीएल कतरास क्षेत्र अंतर्गत अंबे माइनिंग आउटसोर्सिंग साइट पर हुई दर्दनाक दुर्घटना में छह मजदूरों की असामयिक मृत्यु की समाचार अत्यंत पीड़ादायक है.
सरकार की तत्परता से ऐसे हादसे रोके जा सकते थे. लेकिन, कहीं ना कहीं, ऐसे अवैध खनन के मामलों के पीछे प्रशासनिक मिली-भगत दिखाई देती है.
उन्होंने आगे कहा है, यह कोई पहला मामला नहीं है प्रदेश भर में बीसीसीएल आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की निरंतर मृत्यु इस ओर संकेत करती है कि सुरक्षा मानकों की घोर अवहेलना हो रही है. सुरक्षा उपकरणों के अभाव, पर्याप्त संसाधनों की कमी और अल्प मानव संसाधन के चलते कर्मियों पर अनावश्यक कार्यभार लादा जा रहा है.
कई घर हुए जमींदोज
भू-धंसान की दूसरी घटना रामकनाली ओपी के बट्टू बाबू बंगला के पास हुई, जहां जहां अचानक तेज आवाज के साथ करीब 300 मीटर दायरे में जमीन धंस गई. जमीन धंसने से करीब आधे दर्जन घर जमींदोज हो गये है.
इस इलाके में जमीन के अंदर आग वर्षों से सुलग रही है. साथ ही इसे डेजर जोन घोषित किया गया है. इस हादसे में कई लोग के घायल होने की खबर है. इसके साथ ही कई मवेशी भू-धंसान में बने गोफ (खाई) के अंदर समा गये हैं.