रांचीः झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर गुरुवार को स्पीकर के कक्ष में सर्वदलीय बैठक हुई. इस बैठक में सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चले, इसे लेकर विचार विमर्श किया गया.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सुझाव पर सभी दलों के बीच किसानों की समस्या और अधिक बारिश पर विशेष चर्चा की सहमति बनी. यह चर्चा छह अगस्त को होगी. इससे पहले कार्यमंत्रणा समिति के बैठक में इसे लाया जाएगा.
बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, एलजेपी के जनार्दन पासवान, जेएलकेएम के जयराम कुमार महतो, आजसू के निर्मल महतो मौजूद थे.
बैठक के बाद हेमंत सोरेन ने मीडियाकर्मियों से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि भारी बारिश के बीच, झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आहूत हुआ है. ऐसे में यह सत्र काफी महत्वपूर्ण होने जा रहा है, क्योंकि सभी सदस्यों ने अतिवृष्टि को करीब से देखा है. सभी सदस्य इनसे जुड़े सवालों और समस्याओं को उठायें.
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त से 7 अगस्त तक आयोजित होगा. इस दौरान 4 अगस्त को सरकार सदन में अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी.
संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस बार मानसून झारखंड पर छाया रहा है. हालांकि, अत्यधिक वर्षा के कारण कई जगहों पर फसलों को नुकसान पहुंचा है. कई किसानों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में पुल-पुलिया व सड़कें भी प्रभावित हुई हैं.
किशोर ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी दलों से आग्रह किया कि मानसून सत्र में किसानों की समस्याओं पर विशेष रूप से चर्चा होनी चाहिए. इस पर सभी दलों के बीच सहमति बनी है.
इन सबके बीच नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक एक अगस्त को होने वाली है. इस बैठक में पार्टी के द्वारा मानसून सत्र को लेकर एजेंडा तय किया जाएगा. विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरेगी. उन्होंने कहा कि सरकार के कामकाज और जनता के अहम सवालों को लेकर विपक्ष हमेशा से सवाल उठाता रहा है.