रांचीः छोटानागपुर काश्तकारी कानून (सीएनटी) का उल्लंघन कर कई जगहों पर जमीन की खरीद-बिक्री के 15 साल पुराने मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने पूर्व मंत्री एनोस एक्का, उनकी पत्नी मेनन एक्का को 7-7साल की सुजाई है.
एनोस एक्का को 1 लाख रुपये, वहीं उनकी पत्नी मेनन एक्का को 1.5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. जुर्माना न देने पर उन्हें 6 महीने का अतिरिक्त सजा काटनी होगी.
इसी मामले में रांची के पूर्व भूमि सुधार उपसमाहर्ता कार्तिक प्रभात को चार साल की सजा सुनाई गई है.
कार्तिक पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. शुक्रवार को कोर्ट ने एनोस एक्का समेत नौ आरोपियों को दोषी करार दिया था.
इस मामले में अन्य आरोपियों को 4 साल और 1 लाख रुपये जुर्माने सजा मिली है. सभी अभियुक्तों को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार होटवार भेजा गया है.
इससे पहले अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में दलील दी कि प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर जमीन की खरीदारी की गई थी.

आरोपों के मुताबिक, मंत्री रहते हुए एनोस एक्का ने पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी पते का इस्तेमाल कर आदिवासी भूमि की अवैध खरीद-फरोख्त की. इसमें तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी कार्तिक कुमार प्रभात ने उनकी मदद की थी.
गौरतलब है कि हाईकोर्ट के आदेश पर इस मामले में सीबीआइ ने 2010 में प्राथमिकी दर्ज की थी.
एनोस एक्का की पत्नी मेनन एक्का के नाम से हिनू में 22 कट्ठा, ओरमांझी में 12 एकड़, नेवरी में 4 एकड़ और चुटिया के सिरम टोली मौजा में 9 डिसमिल जमीन खरीदी गई थी.
सभी जमीन की खरीदारी मार्च 2006 से मई 2008 के बीच की गई थी. इस दौरान एनोस एक्का सरकार में मंत्री थे.
लंबी सुनवाई के बाद सीबीआई द्वारा लगाए गए सभी आरोप कोर्ट में सिद्ध हो गए, जिसके बाद आरोपियों को दोषी करार दिया गया.
गौरतलब है कि एनोस एक्का सिमडेगा जिले में एक पारा शिक्षक हत्याकांड में भी सजायाफ्ता हैं.
साल 2018 में पारा शिक्षक की हत्या के मामले में एनोस एक्का को सिमडेगा की एक अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. फिलहाल इस मामले में वे जमानत पर हैं.
आय से अधिक संपत्ति मामले और मनी लाउंड्रिंग केस में भी ईडी कोर्ट से एनोस सजायाफ्ता हैं. लंबे दिन तक वे जेल में भी रहे. हालांकि इस मामले में भी उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है.
हालांकि दोनों मामलों में उन्हें लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा था. मेनन एक्का भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में पहले जेल जा चुकी हैं.
लंबे दिन तक केस मुकदमों और जेल के झंझावात से गुजरते एनोस एक्का एक बार फिर जमीन खरीद के मामले में बुरी तरह फंस गये हैं. और उन्हें सात साल की सजा मिली है.
एनोस एक्का कोलेबिरा से पहली बार 2005 में चुनाव जीते थे. इसके बाद वे सिमडेगा से भी चुनाव जीते.