रांचीः झारखंड में लातेहार जिले में नक्सलियों के खिलाफ जारी कार्रवाई में पुलिस ने पांच लाख रुपये के इनामी माओवादी मनीष यादव को मार गिराया है. साथ ही, 10 लाख रुपये का इनामी नक्सली कुंदन खेरवार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
नक्सलियों के साथ माओवादियों की यह मुठभेड़ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के करमखाड़ और दौना के बीच जंगल में हुई है. मुठभेड़ के बाद पुलिस पूरे इलाके में सर्च अभियान चला रही है. पुलिस ने मौके से दो एक्स 95 ऑटोमेटिक राइफल भी बरामद किए हैं.
पलामू डीआईजी वाईएस रमेश ने नक्सली के मारे जाने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली कमांडर मनीष यादव अपने दस्ते के साथ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के दौना और करमखाड़ के बीच जंगल में भ्रमणशील है.
सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम गठित की गई और नक्सलियों की घेराबंदी का काम शुरू किया गया. इसी बीच पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया गया.
बूढ़ापहाड़ था ठिकाना
मनीष यादव एक दशक से बूढ़ापहाड़ में सक्रिय था. वह साधारण कैडर के तौर पर माओवादियों के दस्ते में जुड़ा था. सक्रियता की वजह से वह माओवादियों का सबजोनल कमांडर बन गया.
उसके खिलाफ झारखंड और बिहार के विभिन्न जिलों में नक्सली हिंसा और गतिविधियों से संबंधित कम से कम 50 केस दर्ज हैं. उसने बूढापहाड़ से लेकर बिहार के छकरबंधा कॉरिडोर तक अपना नेटवर्क फैला रखा था.
जानकारी के मुताबिक मनीष चर्चित कटिया मुठभेड़ का भी आरोपी था, जिसमें 13 जवान शहीद हुए थे. इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ जवान के पेट में बम प्लांट किया गया था. इसके साथ ही मनीष यादव साल 2018-19 में झाखंड के गढ़वा में हुए पोलपोल नक्सल हमले का भी मुख्य आरोपी रहा है.

मनीष यादव एक करोड़ के इनामी नक्सली अरविंद का बॉडीगार्ड हुआ करता था. अरविंद के साथ उसकी एके-47 लिए एक तस्वीर भी वायरल हुई थी. साल 2018 में अरविंद की मौत होने के बाद भी मनीष यादव बूढ़ापहाड़ इलाके में बना रहा. इसके बाद वह माओवादियों का सबजोनल कमांडर बन गया.
गौरतलब है कि 24 मई को लातेहार जिले के इचाबार सलैया जंगल में शनिवार की सुबह एक मुठभेड़ में पुलिस ने झारखंड जनसंघर्ष मुक्ति मोर्चा (जेजेएमपी) के सुप्रीमो पप्पू लोहरा समेत दो उग्रवादियों को मार गिराया है.
पप्पू लोहरा के दूसरे नंबर के कमांडर प्रभात गंझू भी इस मुठभेड़ में मारा गया था. गंझू पर भी पांच लाख रुपये का इनाम था.
नक्सलियों और उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है. लातेहार के एसपी कुमार गौरव की अगुवाई में झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ के जवान अलग- अलग इलाके में नक्सली गतिविधियों की सूचना के साथ ही लगातार तलाशी ्भियान चला रहे हैं.