रांचीः झारखंड में शराब घोटाले की जांच कर रही राज्य सरकार की जांच एजेंसी- एंटी करप्शन ब्यूरो ने प्रिज्म होलोग्राफी कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) विधु गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है.
विधु गुप्ता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के रहने वाले हैं. शराब घोटाले को लेकर एसीबी ने 20 मई को केस दर्ज किया था. इसी दिन राज्य के वरिष्ट आईएएस अधिकारी और तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे को गिरफ्तार किया था.
इसी मामले में रिटायर आईएएस अधिकारी और पूर्व उत्पाद सचिव अमित प्रकाश को पिछले 19 जून को गिरफ्तार किया गया था. अब तक इस घोटाले में आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. जबकि कम से कम सात लोगों के खिलाफ वारंट जारी है.
अमित प्रकाश आयुक्त उत्पाद के साथ झारखंड राज्य वीबरेजेज कारपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) के पूर्व महाप्रबंधक भी थे. अमित प्रकाश 31 दिसंबर 2024 को सेवानिवृत्त हुए थे.
झारखंड में हुए इस घोटाले के तार सीधे तौर पर छत्तीसगढ़ से जुड़े हैं. विधु गुप्ता से पहले एसीबी ने छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी और सिंडिकेट चलाने की पहचान रखने वाले सिद्यार्थ सिंघानिया को रायपुर से गिरफ्तार किया था. अभी सिंघानिया रांची जेल में न्यायिक हिरासत के तहत बंद हैं.
जांच में एसीबी को पता चला है कि प्रिज्म होलोग्राफी और उसके निदेशक विधु गुप्ता ने झारखंड में फर्जी होलोग्राम सप्लाई और प्लेसमेंट एजेंसियों की गोटी सेट करने में अहम भूमिका अदा की है. इसके साथ ही उत्पाद अधिकारियों को खासा लाभ पहुंचाया है. जबकि घोटाले की वजह से सरकार को राजस्व की बड़ी क्षति हुई है.