रांचीः झारखंड में गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड में कार्यरत पंचायत सेवक सुखलाल महतो की मौत के बाद जारी विरोध प्रदर्शन और लंबी वार्ता के बीच डुमरी की बीडीओ समेत चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
इसके साथ ही जिला प्रशासन ने सुखलाल महतो की विधवा पत्नी की सहमति के आलोक में उनके आश्रित में से किसी एक व्यक्ति को स्थायी पद पर नियुक्ति की सहमति जताई है. इस बाबत लिखित तौर पर एक पत्र सुखलाल के परिजनों को सौंपा गया है.
डुमरी से विधायक और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के प्रमख जयराम कुमार महतो ने एक्स पर एक पोस्ट कर वार्ता के बारे में जानकारी दी है. विधायक ने कहा है कि वार्ता में तय हुआ है कि डुमरी विकास पदाधिकारी पर विभागीय जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
इसी मामले में विधायक ने ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका सिंह पांडेय को भी कार्रवाई के लिए एक पत्र लिखा है.
जयराम कुमार महतो ने एक्स पर किए पोस्ट में प्राथमिकी की कॉपी भी साझा किया है. सुखलाल महतो के पुत्र देवेंद्र महतो ने यह प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसमें डुमरी की बीडीओ अन्वेषा ओना समेत पीएमएवाई बीसी अजय कुमार, रोजगार सेवक अनिल कुमार साव और मुखिया पति, बलथरिया, परमेश्वर नायक को आरोपी बनाया गया है.
इस बीच गिरिडीह के उपायुक्त राम निवास यादव ने डुमरी क ग्राम रोडगार सेवक अनिल कुमार साव और प्रखंड समन्वयक अजय कुमार का प्रशासनिक दृष्टिकोण से तबादला कर दिया है. डीसी ने इस मामले में एक जांच भी बैठायी है.
इलाज के दौरान दम तोड़ा
गौरतलब है कि सुखलाल महतो ने 13 जून को डुमरी ब्लॉक परिसर में कीटनाशक खा लिया था. गंभीर स्थिति में इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका.
15 जून को उन्होंने दम तोड़ दिया. कीटनाशक खाने से पहले सुखलाल महतो ने सोशल मीडिया पर डुमरी के विधायक और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के प्रमुख जयराम कुमार महतो के नाम एक पत्र छोड़ा था, जिसमें उन्होंने डुमरी के बीडीओ समेत बलथरिया पंचायत के मुखिया पति, पीएमएवाई के बीसी और बलथरिया के रोजगार सेवक पर कथित मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

रात से मोतीलाल ने मोर्चा संभाला
इधर रविवार को पूरे दिन जेएलकेएम के वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार महतो पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने के साथ पुलिस में फर्दबयान दर्ज कराने की जद्दोजहद करते रहे. इस दौरान देवेंद्र ने सिस्टम पर सवाल भी खड़े किए.
रविवार की रात सुखलाल महतो का शव लेकर परिजन डुमरी पहुंचे. डुमरी में प्रखंड कार्यालय के सामने शव रखकर धरना प्रदर्शन शूरू कर दिया गया.
उधर प्रशासन ने दंडाधिकारी के साथ एहतियान बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर रखा था. सरकारी कार्यालय का बैरिकेड भी किया गया.
रविवार की रात से ही झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के वरिष्ठ नेता मोतीलाल महतो मोर्चा संभाले हुए थे. अधिकारियों से रह- रहकर वार्ता होती रही.
मोतीलाल महतो के साथ जेएलकएम के कार्यकर्ता, समर्थक भी धरना स्थल पर देर रात जमे रहे. वार्ता शुरू हुई, पर जिच बना रहा.
झारखंड मुक्ति मोर्चा और आजसू पार्टी के कई कार्यकर्ता, समर्थक भी पहुंचे थे. बड़ी तादाद में ग्रामीण भी पहुंचे थे. सबमें रोष था.
इधर डुमरी, बगोदर के एसडीओ, डुमरी के सीओ सह बीडीओ कार्यपालक दंडाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डुमरी लोगों को समझाने- बुझाने में जुटे थे.
सोमवार की सुबह से जयराम कुमार महतो धरना में शामिल हो गए. वार्ता का दौर जारी रहा. और आखिरकार प्राथमिकी दर्ज की गई.
इसी मामले में गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.