जमशेदपुरः एनकाउंटर में मारा गया शार्प शूटर अनुज कनौजिया का शव लेकर उसकी बहन उत्तर प्रदेश चली गई है. इससे पहले जमशेदपुर में मेडिकल बोर्ड का गठन कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इस बीच पुलिस ने जमशेदपुर स्थित भूमिहार मेंशन को भी सील कर दिया है. यह संपत्ति किसकी है, इसकी जांच का जिम्मा पुलिस ने अंचलाधिकारी को दिया है.
जानकारी के अनुसार उक्त संपत्ति चिंटू सिंह उर्फ शशि शेखर की है. जो जमीन कारोबार का काम करता है. इस मामले में पुलिस ने राहुल सिंह राजपूत को हिरासत में लिया है. पुलिस राहुल से अनुज के साथ संबंध के बारे में पूछताछ कर रही है. पुलिस कई बिंदु पर मामले की जांच में जुटी है. यूपी के मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर अनुज कनौजिया का एनकाउंटर यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस ने किया था.
पोस्टमॉर्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गयी. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. यूपी के मुख्तार अंसारी गैंग के शार्प शूटर अनुज कनौजिया के शव को पुलिस ने एनकाउंटर के करीब 12 घंटे के बाद मौका ए वारदात से उठा कर पोस्टमॉर्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा.
के शव को पुलिस ने एनकाउंटर के करीब 12 घंटे बाद रविवार को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा था.
उधर घटनास्थल पर झारखंड एटीएस, यूपी एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम सुबह से ही जांच में जुटी रही. एसएसपी किशोर कौशल भी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे थे. फॉरेंसिक विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और खून के निशान, गोलियों के निशान समेत जरूरी साक्ष्य हासिल किए. पुलिस की टीम ने घटनास्थल से दर्जनों खोखा बरामद किया है.
जमशेदपुर में छुपा रहा, पुलिस को भनक तक नहीं लगीः सरयू राय
इस बीच जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने अनुज कनौजिया के एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा कि एक कुख्यात अपराधी महीनों तक जमशेदपुर में छुपा रहा और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी, जो एक गंभीर मामला है. उन्होंने इस मामले में एसआईटी गठित कर यी सीबीआइ जांच की जरूरत बताई है.
सरयू राय का मानना है कि इसके पीछे किसी प्रभावशाली समूह का हाथ हो सकता है, जिसने अनुज को यहां बुलाया और उसे छुपा कर रखा. अनुज को छुपाने वाले गिरोह या राजनीतिक शक्तियों के मकसद को उजागर किया जाना चाहिए.
राय ने कहा कि यह महज संयोग नहीं हो सकता कि जिस मकसद से अनुज कनौजिया को किसी खास प्रभावशाली समूह द्वारा जमशेदपुर बुलाया गया था, वह उद्देश्य पूरा होने के पहले ही वह यूपी एसटीएफ के हाथों मारा गया, जितने दिनों से अनुज कनौजिया जमशेदपुर में था, अवश्य ही उसे लाने वालों ने उसका इस्तेमाल करने की योजना बनायी होगी और योजना को अंजाम देने का प्रयास भी किया होगा. उन्होंने इस पूरे मामले की जांच में हर पहलू को ध्यान में रखते हुए छानबीन करने की आवश्यकता बतायी.