रांची : झारखंड विधानसभा में गुरुवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के एक सवाल पर जवाब देने के दौरान स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी और नगर विकास मंत्री सह प्रभारी संसदीय कार्यमंत्री सुदिव्य कुमार के बीच कहा-सुनी हो गई. स्वास्थ्य मंत्री के जवाब और टिप्पणी से संसदीय कार्य मंत्री खासा खफा हो गए. कुछ पल के लिए पूरा सदन सन्न हो गया. आसन ने स्थिति को संभालने की कोशिश की.
इधर सदन में स्वास्थ्य मंत्री की कही बातों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री ने तीखी टिप्पणी व्यक्त की है.
डॉ तनुज खत्री ने एक्स पर दो पोस्ट किया है. एक में उन्होंने कहा है कि बेहतर होगा कि इरफान अंसारी जी माफी मांग लें. दूसरे पोस्ट में उन्होंने कहा है, “सदन की कार्यशैली देखकर अनायास आलमगीर आलम साहब की याद आ गई. वे होते तो कोई दूसरा मंत्री नहीं होता. नौटंकीबाज को बहुत जल्दी उसका सही स्थान मिलेगा, बस थोड़ा इंतजार कीजिये.”

आखिर सदन में हुआ क्या
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा एक सवाल उठाते हुए सरकार से पूछा कि गोड्डा में नर्सिंग कॉलेज कब बना और कब तक चालू होगा. स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से वे संतुष्ट नहीं थे.
दरअसल स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि ये बात सच है कि गोड्डा जिला में एक भी नर्सिंग कॉलेज नहीं है. वहां कॉलेज होना चाहिए था, प्रदीप यादव काफी अनुभवी विधायक रहे है. वो पांच बार के विधायक रहे है फिर भी वहां नर्सिंग कॉलेज नहीं है. मैं बहुत जल्द गोड्डा को नर्सिंग कॉलेज की सौगात दूंगा. अभी राज्य में 14 नर्सिंग कॉलेज का संचालन हो रहा है.
मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं थे विधायक
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट प्रदीप यादव कहा, “एक बात समझने की कोशिश करिये कि सौगात की जरूरत नहीं है, कॉलेज भवन बनकर तैयार है. हम पूछ रहे हैं कि ये कब बना और कब इसे शुरू किया जाएगा. सीधा बताईये न, इतने भाषण की जरूरत क्या है.”
स्पीकर ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि जवाब दीजिये कब शुरू होगा. तब मंत्री इरफान अंसारी ने कहा “हमसे ज्यादा वो वही जानते है. ये कोई प्रश्न है कि कब बना, यही बनवाये होंगे. बहुत जल्द इसे शुरू करवाउंगा, गोड्डा से मेरा लगाव है, हमारा संसदीय क्षेत्र भी रहा है गोड्डा, हम चाहते है कि राज्य के बच्चे वहां पढ़ें.”
सुदिव्य सोनू ने किया हस्तक्षेप
इससे पहले प्रभारी संसदीय कार्यमंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने मामले में हस्तक्षेप किया. उन्होंने कहा, “पता नहीं क्यों ये प्रतीत हो रहा है कि आब्जेक्टिव सवाल भी नहीं आ रहे हैं और ऑब्जेक्टिव जवाब भी नहीं आ रहे हैं. आसन के माध्यम से आग्रह होगा कि माननीय मंत्री से कि आब्जेक्टिव जवाब होने चाहिए. ये कटाक्ष की भाषा उचित नहीं है सदन में. मै आग्रह करूंगा कि ऑब्जेक्टिव जवाब दीजिये और वो मर्यादापूर्वक होना चाहिए.”
सदन किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं
संसदीय कार्यमंत्री की सलाह के बाद इरफान अंसारी ने कहा, मेरा और प्रदीप जी का मामला था, सोनू जी बहुत जानकार हैx हर चीज में फुदकते हैं महोदय, मुझे कोई आपत्ति नहीं है. तब मंत्री सुदिव्य ने स्वास्थ्य मंत्री के बयान पर कहा, “ये सदन किसी की व्यक्तिगत संपित्त नहीं है, ये लोकाचार है और लोकाचार में सही व्यवहार करना चाहिए.”