लातेहारः झारखंड के लातेहार में सुरक्षा बलों को सोमवार को बड़ी कामयाबी मिली है. प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के जोनल कमांडर रविंद्र यादव ने अपने चार सब जोनल और चार एरिया कमांडर के साथ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
सरेंडर करने के साथ ही उग्रवादियों ने भारी मात्रा में हथियार, गोला- बारूद भी पुलिस के हवाले कर दिया है.
रविंद्र यादव पर पांच लाख रुपये का इनाम था. रविंद्र यादव के अलावा और चार उग्रवादियों पर पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा था. इन पांचों पर कुल 23 लाख रुपये का इनाम था.
पुलिस को उसकी लंबे दिनों से तलाश थी. सोमवार को लातेहार पुलिस मुख्यालय में सीआरपीएफ के आईजी साकेत कुमार सिंह, झारखंड पुलिस के आईजी अभियान माइकल राज एस, पलामू के डीआईजी नौशाद आलम, लातेहार के एसपी कुमार गौरव के समक्ष आत्मसमर्पण नीति के तहत हथियार डाले.
सीआरपीएफ के आईजी साकेत कुमार सिंह ने इसे सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता बताई है. उन्होंने कहा है पलामू प्रक्षेत्र से माओवादियों और उग्रवादियों के पैर लगभग उखड़ गए हैं.
उन्होंने कहा है कि उग्रवादियों के समपर्ण को लेकर रणनीति के तहत काम किया जा रहा था. साथ ही उन्हें मुख्यधारा मे लौटने और आत्मसमपर्ण तथा पुनर्वास नीति का लाभ उठाने के लिए जोर दिया गया.
एके 56, एके 47 समेत 12 हथियार
इन उग्रवादियों ने चार एके 47 राइफल, एक एके 56, तीन एसएलआर समेत कुल 12 राइफल तथा भारी मात्रा में गोली- बारूद पुलिस के हवाले किया है.
पुलिस के सामने सरेंडर करने वालों में जोनल कमांडर अखिलेश यादव, बलदेव गंझू, सबजोनल कमांडर मुकेश राम उर्फ कल्लू, पवन उर्फ रामप्रसाद के अलावा एरिया कमांडर ध्रुव जी उर्फ गार्जियन, विजय यादव, श्रवण सिंह, मुकेश गंझू शामिल हैं. इन सभा के खिलाफ लातेहार जिले के अलग-अलग थाने में कुल 65 केस दर्ज हैं.